सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स मरीजों को लिखे जेनेरिक दवाएं : डिप्टी सीएम

Jun 30 2022

सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स मरीजों को लिखे जेनेरिक दवाएं : डिप्टी सीएम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने आदेश दिया है,कि अब सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर मरीजों को ब्रांडेड और महंगी दवाईयां नहीं लिख सकते। डॉक्टरों को सिर्फ जेनेरिक दवाईयां ही लिखने का आदेश है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी डॉक्टरों को ये आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक डॉक्टर अब दवा का नाम नहीं बल्कि सॉल्ट का नाम लिखेंगे। अगर कोई डॉक्टर महंगी दवाईयां लिखता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
डिप्टी सीएम का आदेश मिलने के बाद अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी डॉक्टरों को आदेश जारी कर कहा है,कि सभी जेनेरिक दवाईयां ही लिखें। महंगी दवाईयां लिखने वाले डॉक्टर की शिकायत मरीज कर सकते हैं। चिकित्सा विभाग द्वारा जारी आदेश में ये भी कहा गया है कि सभी सरकारी अस्पतालों को उपलब्ध दवाईयों की सूची देनी होगी। इसके अलावा ये भी कहा गया है कि डॉक्टर किसी भी कीमत पर मरीजों को बाहर से दवाएं नहीं लिखेंगे। आदेश में कहा गया है कि अगर अस्पताल में कोई दवा नहीं है,तो डॉक्टर उस दवा के ब्रांड का नाम लिखने की बजाय उसका सॉल्ट लिखेंगे,ताकि मरीज सरकारी अस्पताल के जन औषधि केंद्र पर जाकर सॉल्ट के मुताबिक जेनेरिक दवा खरीद सके। इस आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है। जो आदेश का उल्लघंन करेंगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।