वाराणसी: दमनकारी सरकार के बहकावे में न आकर सत्य का साथ दो, तभी देश आगे बढ़ेगा

Oct 11 2021

वाराणसी: दमनकारी सरकार के बहकावे में न आकर सत्य का साथ दो, तभी देश आगे बढ़ेगा

india emotions, वाराणसी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी रविवार को आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का विगुल फूंक दिया है। प्रियंका गांधी आज बनारस एयरपोर्ट पर उतरी, जहां कांग्रेसियों नेताओं एवंं कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सीधे बाबा विश्वनाथ व माँँ दुर्गा का पूजन-दर्शन किया। फिर वहां से सीधे जगतपुर स्थित इंटर कॉलेज के खेल मैदान में किसान न्याय रैली मंच पर पहुंची।

मंच से प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा। अपने करीबी 30 मिनट के संबोधन में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जितने भी पीड़ित और सताए हुए लोगों से मिलीं हूँ, उनमें से किसी को भी भाजपा सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है। लोग बुरी तरह से परेशान हैं और प्रधानमंत्री कहते हैं कि सब कुछ ठीक है। प्रियंका ने सभा में मौजूद लोगों से कहा कि अब समय आ गया है,कि आप लोग सच्चाई को स्वीकार करें और झूठ बोलने वाली सरकार के खिलाफ डट कर खड़े हो जाय। सच्चाई को समझों मंहगाई से सभी लोग परेशान हैं। बस कुछ प्रधानमंत्री के अरबपति मित्रों को छोड़कर।

प्रियंका गांधी ने कहा आज नवरात्रि का चौथा दिन है और मैं व्रत हूँँ। इसलिए मां की आराधना के साथ अपनी बात शुरू करना चाहती हूं। यह समय मुझे उचित लगा कि आपसे सच्चाई आपके सामने रखूं। नए कृषि के काले कानून के विरोध में आंदोलन करने वाले किसानों को मोदी जी ने आंदोलनजीवी और आतंकी कहा। यूपी सीएम योगी जी ने उपद्रवी कहा और धमकाने की कोशिश की। मंत्री अजय मिश्र टेनी ने उन्हीं किसानों को धमकी दी। किसानों ने 300 दिन से ज्यादा समय से आंदोलन चल रहा है। 600 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। वह आंदोलन इसलिए कर रहे हैं कि सरकार के जो 3 नए कृषि कानून हैं वह उनके पैसे को खरबपति को खींच ले जाएंगे।

किसानों की बिजली का बिल उत्तर प्रदेश में तीन बार बढ़ चुके हैं। प्रदेश का हर परिवार त्रस्त है और दुखी है। धान और गेहूं का उचित दाम नहीं मिलता है। समय पर यूरिया नहीं मिलता है। पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम में लगी हुई है। 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गए हैं। कोयला खत्म हो रहा है। बेरोजगारी चरम पर है। फिर भी मोदी जी कहते हैं कि सब कुछ ठीक चल रहा है। मोदी जी के अरबपति मित्रों ने पिछले साल हिमाचल में 88 रुपए प्रति किलो सेब खरीदा था। इस साल वह 72 रुपए प्रति किलो सेब खरीद रहे हैं। किसान उन्हें अपनी फसल उनके अनुसार बेचने के लिए विवश हैं। कारण कि मोदी जी के मित्रों ने बाजार में एकाधिकार स्थापित कर लिया है।

दिल्ली में किसान इसीलिए आंदोलन कर रहे हैं। वह जानते हैं कि नए कृषि कानूनों से पूरे देश की यही स्थिति हो जाएगी। वह फसल तो उगाएंगे लेकिन मोदी जी के खरबपति मित्रों को उनकी इच्छा और उनके तय किए हुए रेट के अनुसार बेचने को विवश हो जाएंगे।

प्रियंका गांधी ने कहा कि हाल ही में योगी जी ने हमारी बहनों और सफाईकर्मियों का अपमान किया था। इसलिए वह परसों लखनऊ की एक बस्ती में गई थी। बस्ती के हर घर के लोगों ने अपने युवा बच्चे हमारे सामने लाए। किसी के पास नौकरी नहीं थी। किसी के पास रोजगार नहीं था। जनता दुखी है, त्रस्त है और नाराज है। नाराज होना भी चाहिए। जिस समय आप परेशान हैं, उसी दौरान उनके खरबपति मित्र हजारों करोड़ रुपए कमा रहे हैं।

कोरोना के समय लोगों को अपना काम बंद करना पड़ा। दुनिया के सभी देशों ने राहत दी, लेकिन हमारी सरकार ने कोई राहत नहीं दी। उल्टे यह किया कि देश के हवाई अड्‌डे, रेलवे स्टेशन और सभी पीएसयू अपने खरबपति मित्रों को दे दिए।

जिस आजादी का प्रधानमंत्री अृमत महोत्सव बना रहे हैं, वह किसने दिया है। वह किसानों की बदौलत मिली है। यह देश क्या है, यह देश एक आस्था है। एक उम्मीद है। इसी न्याय की उम्मीद पर इस देश को आजादी मिली। जब महात्मा गांधी देश की आजादी की लड़ाई लड़ने गए तो उनको उम्मीद थी कि सभी को न्याय मिलेगा। न्याय पर ही हमारा संविधान आधारित है। इस लिए ये दमनकारी सरकार के बहकावे में न आकर सत्य का साथ दो,तभी देश आगे बढ़ेगा।