सीतापुर (UP): संयुक्त किसान मुर्चा की महापंचायत में कई जिलों से उमड़ी किसानों की भीड़

Sep 21 2021

सीतापुर (UP): संयुक्त किसान मुर्चा की महापंचायत में कई जिलों से उमड़ी किसानों की भीड़

india emotions, सीतापुर। संयुक्त किसान मुर्चा की शहर के आरएमपी इण्टर कालेज में सोमवार महापंचायत में कई जिलों के किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया,कि महापंचायत में लखीमपुर, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बलिया, बहराइच व अन्य आसपास जिलों से काफी संख्या में किसान पहुंचे हैं। महिलाएं, युवा और छात्र भी बड़ी संख्या में आरएमपी मैदान पर पहुंचे हैं। वहीं, हर हरदोई व लखीमपुर से आ रहे कुछ किसानों को पुलिस ने बॉर्डर पर रोका भी है। पुलिस की इस कार्यशैली की खबर मिलते ही महापंचायत में नेतृत्व कर रहे नेताओं ने मंच से ऐलान कर दिया कि यदि पुलिस किसानों को रोकेगी तो हम सभी लोग शहर में घुसकर आंदोलन करेंगे।

आरएमपी इंटर कालेज मैदान पर सोमवार सुबह से ही किसान महापंचायत के लिए लोगों का हुजूम लगना शुरू हो गया था। काफी भीड़ होते देख प्रशासन और पुलिस अलर्ट हो गए। दोपहर 11 बजे के दौरान आइजी रेंज लखनऊ लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज, पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह महापंचायत स्थल पहुंचे और पूरी व्यवस्था का जायजा लिया। आईजी रेंज में डीएम-एसपी को जरूरी निर्देश दिए। करीब घंटे भर बाद आइजी रेंज वापस लखनऊ लौट गईं।

महापंचायत में आने वाले दूरदराज के किसानों के लिए भोजन व अन्य खाद्य पदार्थों के साथ पानी की व्यवस्था सभा स्थल के पड़ोस में थी। जगह-जगहं लंगर की व्यवस्था की गई। वहीं, महापंचायत में वालियंटर विभिन्न व्यवस्थाओं को संचालित करते दिखे। इस सभा में कई लोग सेवा भाव के तौर पर जुटे थे। पंडाल परिसर में लगातार पानी के पाउच बांटे जा रहे थे। लंगर में भी सुबह से ही भोजन वितरण शुरू हो गया था। किसान लोग अपनी व्यवस्था खुद करते दिखे।

राकेश टिकैत ने खुले मंच से संगठनों से कहा कि, नौजवानों, युवाओं, महिलाओं, पुलिस, आर्मी, मनरेगा मजदूरों पर भी साथ आ गए। टिकैत किसान आंदोलन को और धार देने पर जोर रहे थे। सोशल मीडिया की बात करते-करते बोले कि मिलिट्री और पुलिस वालों की तनख्वाहें कम हैं। 24 घंटे की नौकरी और तनख्वाह आती है। उन्होंने कहा कि वे उनकी भी लड़ाई लड़ेंगे। कहा, जब म्हारी बात हो जाएगी, तब उनकी भी लड़ाई लड़ेंगे।

राकेश टिकैत ने बिना नाम लिए विपक्ष को भी घसीटा। कहा कि, दिल्ली में आंदोलन की शुरुआती समय में विपक्ष ने समर्थन देने की बात तो कही, लेकिन आंदोलनकारियों के रुकने के लिए एक तिरपाल तक नहीं दिया।