एनेस्थीसिया की डोज कम या ज्यादा होने पर मरीज की जान का खतरा
India Emotions, लखनऊ। केजीएमयू में एनेस्थीसिया विभाग की तरफ से आयोजित तीन दिवसीय पीजी एसेंबली कार्यक्रम के समापन पर डॉ. मनीष सिंह ने जानकारी दी- ऑपरेशन से पहले मरीज को बेहोशी देने में सावधानी बरतनी चाहिए। बीमारी के हिसाब से मरीज को बेहोशी दी जाती है। एनेस्थीसिया की डोज कम या ज्यादा होने पर मरीज की जान का भी खतरा हो सकता है।
इस कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ. मनीष सिंह ने का कहना कि यह वर्कशाप एनेस्थीसिया की पढ़ाई करने वाले युवा डॉक्टरों के लिए उपयोगी है। इस मौके पर एनेस्थीसिया विभाग प्रमुख डॉ. जीपी सिंह ने कहा कि दिल का दौरा, अंग प्रत्यारोपण, न्यूरो के मरीजों को अलग-अलग तरह से एनेस्थीसिया दिया जाता है।
एनेस्थीसिया विभाग के स्थापना दिवस पर समारोह में मुख्य अतिथि केजीएमयू कुलपति डॉ. बिपिन पुरी रहे। नार्थ मिडलैंड यूनिवर्सिटी की डॉ. छवि श्रीवासतव ने डॉ. सुदर्शन याग्निक व्याख्यान दिया।
प्रति कुलपति डॉ. विनीत शर्मा, डीन डॉ. उमा सिंह, डॉ. मोनिका कोहली आदि प्रमुख रूप से रहे। वर्तमान में एनेस्थीसिया विभाग की पीजी एसेंबली में डॉक्टर शामिल हुए