अभिषेक मिश्रा का टिकट बदलने से उनके समर्थक दुःखी,सपा के टिकट वितरण से जीत की गणित बिगड़ी ?

Feb 02 2022

अभिषेक मिश्रा का टिकट बदलने से उनके समर्थक दुःखी,सपा के टिकट वितरण से जीत की गणित बिगड़ी ?
फोटो क्रमशः

लखनऊ।समाजवादी पार्टी द्वारा राजधानी में टिकट वितरण से जीत की गणित बिगड़ने के आसार लग रहे हैं। खासकर लखनऊ उत्तर विधानसभा में अभिषेक मिश्रा का जनता से ज्यादा लगाव बताया जा रहा है। जानकार बता रहे हैं,कि इस सीट पर पूजा शुक्ला का कोई प्रभाव नहीं हैं। बीते सपा शासनकाल में अभिषेक मिश्र मंत्री थे,तब उन्होंने उत्तर विधानसभा काफी विकास कार्य कराये थे। हालांकि सन् 2017 भाजपा की लहर में उनको हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन ज्यादातर जनता उनके कराये गये कार्यो की आज सराहना कर रहे हैं। सपा कार्यकर्ताओं के बीच भी अभिषेक मिश्र की ज्यादा पैठ बनाईजा रही है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र की ज्यादातर जनता पूजा शुक्ला का नाम भी नहीं जान रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने के बाद पूजा शुक्ला शुर्खियों में आई थी।

क्या बोले सपा समर्थक

सपा सर्मथक भोला यादव ने बताया,कि अभिषेक मिश्र की जनता में अच्छी छबि है। इस बार उत्तर विधानसभा से उनकी जीत सुनिश्चित थी। लेकिन एकाएक उत्तर विधानसभा से सपा पार्टी ने पूजा शुक्ला को नामांकन के एक दिन पहले इस सीट से टिकट दे दिया। ज्यादातर लोग पूजा शुक्ला को जानते भी नहीं हैं। हालांकि समाजवादी पार्टी में आस्था रखने वाले लोग वोट जरुर देंगे। लेकिन जो सपा सर्मथक नहीं हैं और अभिषेक मिश्र अच्छे आचरण को देखकर उनको वोट करना चाह रहे थे,उनका मत विभाजन हो सकता है।
उत्तर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले शिवा राजपूत का कहना है,कि इस बार भाजपा की जुमलेबाजी से तंग आकर अभिषेक मिश्र को अपनी वोट से विधायक बनाना चाह रहे थे। अभिषेक मिश्र का मिलनसार स्वभाव है,वे हर शख्स से बड़े सलीके से बातचीत करते हैं। बीती सपा सरकार में जब वे मंत्री थे,तो उन्होंने बिना किसी भेदभाव से क्षेत्र में काफी विकास कार्य कराये थे। लेकिन सपा पार्टी ने टिकट वितरण में उत्तर विधानसभा में पूजा शुक्ला को उतार कर कुछ वोटरों कन्फ्यूज कर दिया है।
वकालत की पढ़ाई पूरी कर चुके पारष यादव कहना है,कि पूजा शुक्ला उस वक्त शुर्खियों में आई थी,कि जब लखनऊ यूनिवर्सिटी में हुए एक प्रोग्राम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उन्होंने ने काला झंडा दिखाया था। झंडा दिखाने के बाद उनको जेल जाना पड़ा था,करीब 26 दिनों तक उनको जेल में भी रहना पड़ा था। जेल से छूटने के बाद उनके द्वारा कोई ऐसा कार्य नहीं किया गया,जिससे अखबारों की सुर्खियां वो बटोर पाई हों। हालांकि प्रोफेसर डॉ अभिषेक मिश्र के प्रति जनता का ज्यादा लगाव है।अगर इस बार उत्तर विधानसभा से उनको टिकट मिलता,तो जीत सुनिश्चित थी।
उत्तर विधानसभा में रहने वाले व समाजवादी पार्टी के समर्थक दिलीप शुक्ला का कहना है,कि हम लोग बड़ी आश लगाए बैठे थे,कि इस बार अपनी वोट से अभिषेक मिश्र को विजयी बनाएंगे। लेकिन पार्टी ने उनको उत्तर विधानसभा के बजाय सरोजनीनगर से टिकट दे दिया। इससे कुछ निराशा हुई, लेकिन सपा समर्थक होने के कारण वोट पूजा शुक्ला को देना होगा। जबकि हम उनको जानते भी नही हैं। अभिषेक मिश्र हमेशा मिलते-जुलते रहते और उनके बातचीत का सलीका दिल को छू लेता है।