प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयासों में कमी का जिक्र करते हुए देशवासियों से क्षमा मांग तीनों कृषि कानून लिये वापस

Nov 19 2021

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयासों में कमी का जिक्र करते हुए देशवासियों से क्षमा मांग तीनों कृषि कानून लिये वापस

इंडिया इमोशंस, नई दिल्ली। मोदी-ह्दय पर जमी बर्फ आखिरकार पिघल ही गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानून बिल वापस लेने की अचानक चौंकाने वाली घोषणा कर दी। अचानक और चौंकाने वाले शब्द इसलिए यहां इस्तेमाल किये गये क्योंकि कदम उठा लेने के बाद उसे वापस खींचना मोदी-मिजाज से जुदा है। उन्होंने कहा कि संसद के सत्र में इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रधानमंत्री का कोरोना काल में यह 11वां संबोधन रहा। इससे पूर्व उन्होंने 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगने पर देश को संबोधित किया था। 

बोले-मैं देशवासियों के क्षमा मांगते हुए, सच्चे मन से कहना चाहता हूं कि हमारे प्रयास में कमी रही होगी कि हम उन्हें समझा नहीं पाए। आज गुरू नानक जी का पवित्र प्रकाश पर्व है। आज मैं आपको यह बताने आया हूं, कि हमने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। मेरी किसानों से अपील है कि अपने घर लौटें, खेतों में लौटें।

हमनें फसल बीमा योजना को अधिक प्रभावी बनाया, उसके दायरे में ज्यादा किसानों को लाए। किसानों को ज्यादा मुआवजा मिल सके, इसके लिए पुराने नियम बदले। इस कारण बीते चार सालों में एक लाख करोड़ से ज्यादा का मुआवजा किसान भाईयों के मिला है। किसानों को उनकी उपज के बदले सही कदम मिले इसके लिए कदम उठाए गए। हमने एमएसपी बढ़ाई साथ ही साथ रिकॉर्ड सरकारी केंद्र भी बनाए। हमारी सरकार के द्वारा की गई खरीद ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। हमने किसानों को कहीं पर भी अपनी उपज बेचने का मंच दिया। 


प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने किसान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। इस सच्चाई से लोग अंजान हैं कि ज्यादा किसान छोटे किसान हैं। इनके पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है। इन छोटे किसानों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है। छोटी सी जमीन के सहारे ही वह अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी परिवारों में होने वाला बंटवारा जमीन को और छोटा कर रहा है। इसलिए हमने बीज, बीमा, बाजार और बचत इन सभी पर चौतरफा काम किया है।

मैं दुनियाभर में सभी लोगों को सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं। यह भी सुखद है कि डेढ़ साल के बाद करतारपुर कारिडोर फिर से खुल गया है। गुरु नानक जी ने कहा है कि संसार में सेवा में सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन सफल होता है। हमारी सरकार इसी सेवा भावना के साथ देशवासियों का जीवन आसान बनाने में जुटी है।