मुंबई: लखीमपुर खीरी हत्याकांड के विरोध में महाराष्ट्र बंद, अघाड़ी सरकार सड़कों पर उतरी

Oct 11 2021

मुंबई: लखीमपुर खीरी हत्याकांड के विरोध में महाराष्ट्र बंद, अघाड़ी सरकार सड़कों पर उतरी
बड़े शहरों में सड़कों से गाड़ियां गायब हैं और दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं।

india emotions, मुंबई। लखीमपुर कांड के विरोध में महाराष्ट्र महाविकास अघाड़ी सरकार के तीनों दलों यानी कांग्रेस, NCP और शिवसेना आज सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। पूरे राज्य में बंद की शुरुआत हो चुकी है। मुंबई, पुणे, नागपुर समेत सभी बड़े शहरों में सड़कों से गाड़ियां गायब हैं और दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। मुंबई में बेस्ट की 8 बसों को तोड़ने की जानकारी भी सामने आ रही है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बंद से पहले कहा कि तीनों दलों के नेता और कार्यकर्ता इस बंद को सफल बनाने के लिए प्रयास में लगे हुए हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई बेस्ट रविवार देर रात से अब तक शहर के अलग-अलग हिस्से में उनकी 8 बसों को क्षतिग्रस्त किया गया है।नंदुरबार जिले में कड़ी सुरक्षा, 1100 पुलिसकर्मी व 100 अधिकारी के साथ 400 होमगार्ड के जवान तैनात।लासलगांव मंडी समिति में प्याज और अनाज की नीलामी आज बंद है। 25-30 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।

बंद के दौरान किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए मुंबई में बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। इसके अलावा SRPF की तीन कंपनियां, होमगार्ड के 500 जवान और स्थानीय सशस्त्र इकाइयों के 400 जवान नवरात्रि के दौरान सुरक्षा के लिए पहले से तैनात हैं।

जानकारी के मुताबिक, राज्य के ज्यादातर जिलों में कृषि उपज मंडियों में कामकाज बंद रहेगा। कृषि उपज मंडी ट्रेडर्स एसोसिएशन ने राज्य के किसानों से भी आग्रह किया है कि वह 11 अक्टूबर को कृषि उपज लेकर मंडियों में न आएं। फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स असोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन शाह ने कहा कि शाम 4 बजे तक दुकानदारों को बंद में शामिल होने की अपील की गई है। इससे पहले एसोसिएशन ने बंद से बाहर रहने का फैसला लिया था।

अस्पताल और मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे।रेलवे सेवा पर नहीं पड़ेगा प्रभाव।लोकल ट्रेन चलती रहेंगी, लेकिन कुछ जगहों पर 'रेल रोको आंदोलन' के कारण सर्विस प्रभावित हो सकती हैं।किराना, फल और सब्जी की दुकानें, दूध और बेकरी की दुकानें बंद नहीं होंगी।बंद के दौरान सरकारी और प्राइवेट ऑफिस खुलेंगे।स्कूल खुलेंगे, लेकिन बस और टैक्सी सर्विस बंद रहने के कारण छात्रों की संख्या प्रभावित हो सकती है।मुंबई में बेस्ट ने आधिकारिक रूप से इस बंद में शामिल होने का ऐलान नहीं किया है।सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। फेडरेशन ऑफ रिटेल वेलफेयर एसोसिएशन ने बंद का समर्थन किया है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता नवाब मलिक ने कहा,कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने तीन कानून बना कर कृषि उत्पादों की लूट की अनुमति दे दी है और अब इनके मंत्रियों के रिश्तेदार किसानों की हत्या कर रहे हैं। हमें कृषकों के साथ एकजुटता दिखानी होगी। एनसीपी नेता कहा कि महाविकास अघाड़ी की मांग है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा, कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद मंत्री के बेटे को शनिवार को गिरफ्तार किया गया

कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा,कि लोगों को केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। इस संघर्ष में किसान अकेले नहीं हैं और उनके साथ एकजुटता दिखाने की प्रक्रिया महाराष्ट्र से शुरू होनी चाहिए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, कि आधी रात से प्रदेश व्यापी बंद की शुरूआत हो चुकी। शिवसेना, NCP और कांग्रेस के कार्यकर्ता नागरिकों से मिल रहे हैं और उनसे बंद में शामिल होने तथा किसानों के साथ एकजुटता दिखाने का आग्रह कर रहे हैं।

वहीं शिवसेना के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि बंद को सफल बनाने के लिए शिवसैनिक पूरी ताकत से सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने मुंबई के व्यापारियों से अपील की है कि किसान देश के अन्नदाता हैं, उनके खिलाफ जो जुल्म और अत्याचार हो रहे हैं, उसका विरोध करने के लिए यह नंद आयोजित किया गया है। इस बंद का हर किसी को खुले दिल से स्वागत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना किसानों पर सीधा-सीधा हमला है और इस हमले का विरोध करना हर नागरिक का कर्तव्य है।

वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं और बाढ़ से राज्य के किसान बेहाल हैं। उसकी तरफ ध्यान देने के बजाय सरकार लखीमपुर खीरी घटना का राजनीतिक लाभ उठाने के लिए बंद का आयोजन कर रही है। इससे प्रदेश को नुकसान पहुंच सकता है।