कन्नौज: टीले की खोदाई में निकला खजाना, जेसीबी व डम्पर चालक लेकर फरार, पुलिस जाँच में लगी

Aug 24 2021

कन्नौज: टीले की खोदाई में निकला खजाना, जेसीबी व डम्पर चालक लेकर फरार, पुलिस जाँच में लगी

India Emotions, कन्नौज। सिकंदरपुर थाने इलाके में सोमवार शाम टीले की खोदाई में खजाना निकलने की जानकारी प्रकाश में आई है। खोदाई कर रहे जेसीबी चालक ने सिक्कों से भरा कलश लेकर भाग निकला। हालांकि भागने के दौरान कुछ सिक्के मौके पर छूट गये, जिन्हें ग्रामीण पाकर पुलिस को खजाना निकलने की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ग्रामीणों को मिले सिक्के को अपने कब्जे में लेकर पूरातत्व विभाग को खजाना मिलने की जानकारी दी। पुलिस सिक्के लेकर फरार जेसीबी व डम्पर चालक की तलाश कर रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक जीटी रोड किनारे सिकंदरपुर के रायपुर में भी काफी पुराना टीला है। आसपास क्षेत्र के बुजुर्गों की मानें तो यहां किसी राजा का किला था, जो टीले में बदल गया था, ऐसे उनके पूर्वज बताते आए हैं। हालांकि वह जन्म से ही टीले को देखते आ रहे हैं। इन दिनों रायपुर के पास जीटी रोड चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है और मिट्टी भराई के लिए टीले की खोदाई की जा रही है।

पुलिस के मुताबिक सोमवार की शाम बुलडोजर चालक मिट्टी की खुदाई कर रहा था और ट्रक पर मिट्टी लादकर भेज रहा था। खोदाई के दौरान जेसीबी का सूपड़ा जैसे ही चालक ने मिट्टी में धंसाया तो एक कलश बाहर आया और फूट गया। कलश फूटते ही उससे कई सिक्के जमीन पर बिखर गए। इसपर चालक जेसीबी से उतरा और कलश समेत सिक्के बटोरने लगा। डम्पर चालक भी आ गया और उसे देख लिया। इसके बाद दोनों सिक्कों से भरा कलश के साथ जेसीबी और डम्पर लेकर भाग निकले। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों को कुछ सिक्के बिखरे मिले तो लूटने के लिए होड़ मच गई। ग्रामीण टीले की मिट्टी हटाकर और खजाना ढूंढने का प्रयास करने लगे।

टीले की खोदाई में खजाना निकलने की जानकारी उप जिलाधिकारी ने पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को दी गई है। एसडीएम देवेश कुमार गुप्त ने बताया कि तहसीलदार को मौके पर भेजकर जांच कराई जा रही है। तहसीलदार अभिमन्यु कुमार ने बताया कि मौके का निरीक्षण करके पुरातत्व विभाग से पड़ताल कराई जाएगी। जांच के बाद ही सिक्कों की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। सिक्के लेकर फरार चालकों का पता लगाया जा रहा है।

पृथवी राज चौहान की धरती कन्नौज का भी प्राचीन इतिहास है। यहां पर भी कई जगह पर किले और महल रहे हैं, जो अब मिट्टी के टीले में तब्दील होकर जमीन में दफन हैं। माना जाता है कि इन टीलों के नीचे दफन महल में खजाना भी दबा है, कई जगह पर तो पुरातत्व विभाग खोज अभियान भी चला चुका है।ग्रामीणों का कहना है,कि सिक्के सोने के हैं। बताया जाता है, कि राजा-महाराजा के काल में बने महल और किले वर्षों पहले ध्वस्त होकर अब टीले में तब्दील हो चुके हैं। अक्सर टीलों की खोदाई में गहने, सिक्के और खजाना निकलने की चर्चाएं सामने आती रही हैं।