अयोध्या केस: SC ने पूछा, रघुवंश का कोई वंशज मौजूद हैं, इस पर वकील ने कहा, पता नहीं

Aug 09 2019

अयोध्या केस: SC ने पूछा, रघुवंश का कोई वंशज मौजूद हैं, इस पर वकील ने कहा, पता नहीं

इंडिया इमोशंस न्यूज अयोध्या/नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court ) में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद (Ramjanmabhoomi-Babri Masjid dispute) की सुनवाई आज भी जारी है। रामलला के वकील आज अपनी दलीलों को आगे बढ़ाएंगे। इस महत्वपूर्ण मसले को सुनने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अपनी एक परंपरा को तोड़ते हुए कहा कि इस मामले की सुनवाई अब हफ्ते में पांच दिन होगी। आपको बताते जाए कि रोजाना सुनवाई के तहत हफ्ते में तीन दिन सुनवाई होती थी।

अयोध्या मामले की सुनवाई शुरू होते ही मुस्लिम पक्ष की तरफ से कोर्ट के सामने अपील की गई है कि वह हफ्ते में पांच दिन सुनवाई के लिए कोर्ट की सहायता नहीं कर सकते हैं।

रामलला की तरफ से वकील के. परासरण ने सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हिंदू धर्म में स्वरूप जरूरी नहीं है। जन्मभूमि की पूजा तब भी की जाती थी, जब वहां पर कोई आकार नहीं था। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष लगातार अदालत में गलत दावा नहीं कर सकते हैं।
रामलला के वकील ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताओं का उदाहरण दिया। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने वकील से पूछा कि क्या रघुवंश का उत्तराधिकारी यहां पर मौजूद है?
इसके बाद जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि क्या इस वक्त दुनिया में रघुवंश का कोई वंशज मौजूद हैं? इस पर के. परासरण ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है।


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रामलला के वकील के. परासरण ने अदालत को बताया कि रामायण में उल्लेख है कि सभी देवता भगवान विष्णु के पास गए और रावण के अंत करने की बात कही। तब विष्णु ने कहा कि इसके लिए उन्हें अवतार लेना होगा इस बारे में जन्मभूमि का वर्णन किया गया है और इसका महत्व है। रामलला के वकील ने कहा कि ये मामला दशकों से लटका हुआ है, इसलिए इसका समाधान होना चाहिए। पुरातत्व विभाग के सबूत दिखाते हैं कि मस्जिद से पहले भी उस स्थान पर कुछ निर्माण था।

इससे पहले मुस्लिम पक्षकार के वकील राजीव धवन ने कहा है कि ये सिर्फ एक हफ्ते का मामला नहीं है, बल्कि लंबे समय की समस्या रहेगी। उन्होंने कहा कि हमें दिन-रात अनुवाद के कागज पढ़ने और अन्य तैयारियां करनी पड़ती हैं। इस पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि हमने आपकी बात सुन ली है, हम आपको बताएंगे।


अापको बताते जाए कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर पूरे देश की नज़र लगी हुई है। ये मामला पिछले कई दशकों से अटका हुआ है। ऐसे में अबकी बार अदालत इसकी फाइनल सुनवाई कर रहा है और अब ये मामला एक तरह से फास्ट ट्रैक हो गया है। यही कारण रहा कि अदालत ने गुरुवार को कहा कि अब इस मामले की सुनवाई हफ्ते के पांच दिन की जाएगी। सोमवार को ईद पर अदालत की छुट्टी रहेगी, इसलिए अगले हफ्ते मंगल-बुध-गुरु और शुक्रवार को मामले की सुनवाई होगी। गुरुवार को सुनवाई के दौरान रामलला के वकील के. परासरण ने कहा था कि रामजन्मभूमि उनके लिए एक सजीव है और वह उनकी पूजा करते हैं।