देश-विदेश के मीडिया प्रमुख, पत्रकार व मनोवैज्ञानिक एक मंच पर महिलाओं पर होने वाले अपराध पर विचार करेंगे

Oct 23 2020

देश-विदेश के मीडिया प्रमुख, पत्रकार व मनोवैज्ञानिक एक मंच पर महिलाओं पर होने वाले अपराध पर विचार करेंगे
इण्टरनेशनल मीडिया कान्फ्रेन्स CMS LUCKNOW में 30 अक्टूबर को

india emotions news network, लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा 12वें अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का ऑनलाइन आयोजन आगामी 30 अक्टूबर 2020, शुक्रवार को किया जा रहा है। यह सम्मेलन ‘इन्श्योरिंग जेण्डर जस्टिस’ अर्थात लैंगिक न्याय सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण व सम-सामयिक विषय पर आयोजित है, जिसमें देश-विदेश के प्रख्यात मीडिया प्रमुख, पत्रकार, मनोवैज्ञानिक, शिक्षाविद् आदि समाज में लैंगिक समानता स्थापित करने, लैंगिक न्याय सुनिश्चित करने एवं महिलाओं पर होने वाले अपराध व हिंसा पर अंकुश लगाने पर अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत करेंगे तथापि लैंगिक स्तर पर व्याप्त सामाजिक विसंगतियों के निराकरण पर मीडिया, समाज तथा स्कूल की भूमिका को उजागर करेंगे। यह जानकारी सीएमएस के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने दी है।

श्री शर्मा ने बताया कि इस सामयिक सम्मेलन के कुछ प्रमुख वक्ताओं में प्रभु चावला, एडीटोरियल डायरेक्टर, न्यू इण्डियन एक्सप्रेस, शशि शेखर, एडीटर-इन-चीफ, हिन्दुस्तान, राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार, राहुल महाजन, हेड ऑफ कन्टेन्ट ऑपरेशन, प्रसार भारती, नई दिल्ली, प्रबल प्रताप सिंह, ग्रुप एडीटर, न्यूज 18, अमिताभ अग्निहोत्री, एडीटर-इन-चीफ, आर 9 टीवी, संजीव मिगलानी, साउथ एशिया ब्यूरो चीफ, रायटर्स, राज किशोर, एडीटर, एबीपी न्यूज, राजदीप सरदेसाई, वरिष्ठ पत्रकार, आजतक, अनुराग बत्रा, एडीटर-इन-चीफ, बिजनेस वर्ल्ड, सुश्री नवोदिता कुमारी, वरिष्ठ संवाददाता, फ्रांस टीवी, सुश्री मरियम लॉरेन्स, वरिष्ठ संवाददाता, फ्रांस टीवी आदि प्रमुख हैं।


श्री शर्मा ने बताया कि सीएमएस द्वारा 12वीं बार ‘अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन’ का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्देश्य मीडिया, समाज व स्कूल के सहयोग से समाजिक बुराईयों पर अंकुश लगाना है। सामाजिक जागरूकता के कार्यक्रमों में सीएमएस सदैव ही अग्रणी रहा है और यह अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन भी सामाजिक पुनरूत्थान की एक कड़ी है। उन्होंने कहा कि बालिकाओं व महिलाओं के सामाजिक स्तर पर ऊपर उठाने हेतु देश-विदेश के मीडिया प्रमुखों, पत्रकारों व मनोवैज्ञानिकों का एक मंच पर आना समाज को एक नई दिशा देने में सहायक होगा।