कोरोना लॉक डाउन में आपके व्यवहार में परिवर्तन हो रहें हैं तो घबराने की जरूरत नहीं...

Apr 07 2020

कोरोना लॉक डाउन में आपके व्यवहार में परिवर्तन हो रहें हैं तो घबराने की जरूरत नहीं...

India emotions corona desk, Lucknow. सरकार के पास कोरोना महामारी पर प्रभावी रोकथाम के लिए लॉक डाउन के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था परंतु इस दौरान लोगों के व्यवहार में परिवर्तन संभव है। कोरोना के डर ने लोगों में अपनी एवं अपनों के सेहत की चिंता, कंही मैं बीमार ना हो जाऊं, कहीं मैं मर ना जाऊं, चिंता, ब्यापार के नुकसान की चिंता सता रही है।

लॉक डाउन ज्यादा दिन ना चल जाए कि अफवाह ने लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। बृद्ध, गंभीर रोगों से बीमार एवं कमजोर अपने स्वास्थ्य एवं भविष्य को लेकर ज्यादा चिंतित हैं। गले में जरा सी खराश, खांसी, बुखार को होने पर उसे बेवजह कोरोना से जोड़ने लगते हैं.

यदि आपके आपके व्यवहार में इस प्रकार के परिवर्तन हो रहें हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इन पर नियंत्रण सम्भव है। यह कहना है वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ अनुरुद्ध वर्मा का।

उन्होंने बताया कि अपने ऊपर नकारात्मक विचार ना हॉबी होने दें। अपनी भावनाओं को लोगों से शेयर करें।खुद समझें एवं दूसरों को समझाएँ। सकारात्मक विचारों वाली पुस्तकें पढ़ें। फोन पर अपनों का हाल चाल लें एवं अपना दें, सुरुचिपूर्ण संगीत सुने, परिवारीजनों के साथ बातचीत करें, एकाकीपन ना हाबी होने दें।

नियमित रूप से योग, व्यायाम, प्राणायमएवं मैडिटेशन करतें रहें। घर की छत पर टहलें। यदि आप थोड़ी सी सावधानी अपनायेंगे तो यह समस्याएं आसानी से सुलझ जाएंगी। कोरोना से बचाव के लिए लॉक डाउन के निर्देशों का पालन करें, सामाजिक दूरी बनाये रखें, हाथों को लगातार धोतें रहें, मास्क का प्रयोग करें, गुनगुना पानी पिये, घर के बाहर निकलें।

उन्होने यह भी सलाह दी कि यदि आपके व्यवहार में परिवर्तन है आप विना वजह के परेशान हैं तो होम्योपैथिक चिकित्सक से सलाह लें क्योंकि होमियोपैथी में इस इस प्रकार की समस्याओं के समाधान की प्रभावी औषधियों उपलब्ध है।