मध्य प्रदेश: कमलनाथ ने 15 महीने की सरकार चलाकर दिया इस्तीफा, अब बीजेपी होगी सत्तासीन

Mar 20 2020

मध्य प्रदेश: कमलनाथ ने 15 महीने की सरकार चलाकर दिया इस्तीफा, अब बीजेपी होगी सत्तासीन

इंडिया इमोशंस न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। देश में छाये कोरोना संकट और इस संकट के बीच मध्य प्रदेश में बीते कई दिनों से जारी सियासी संकट के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़े बुझे मन से इस्तीफा देने की घोषण कर दी है। एक तरह से फ्लोर टेस्ट से पहले ही यह तस्वीर अब साफ है कि बीजेपी यहां पावर में आने को है। सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट कराने के आदेश से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। आज यानि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इसके बाद सबकी निगाहें आज की विधानसभा कार्यवाही पर है। उससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्रकारवार्ता की और सीएम पद से इस्तीफे की घोषणा कर की। मालूम हो कि, विधानसभा में सबसे ज्यादा सीटें हासिल करके कांग्रेस सत्ता में आई थी। 17 दिसंबर को कमलनाथ ने बतौर सीएम शपथ ली थी।


इस्तीफे को कांग्रेस नेता कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन को सौंपं दिया है। पत्रकारों से मुखातिब कमलनाथ के मुताबिक, 15 महीने में मैंने और मेरी सरकार ने जिस तरह से काम किया, उसे यहां की जनता ने देखा। हमारे ऊपर कोई भी आरोप नहीं लगा सकता। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी सोचती है कि मेरे प्रदेश को हरा कर खुद जीत जाएगी, वे ऐसा कभी नहीं कर सकते।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि धोखा देने वालों को मध्य प्रदेश की जनता माफ नहीं करेगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी थी तो भाजपा के नेता कहते थे कि ये सरकार 15 दिन की सरकार है। ज्यादा दिन नहीं टिकेगी। पहले दिन से भाजपा ने हमारे खिलाफ षडयंत्र शुरू कर दिया। बीजेपी 15 महीने से मेरी सरकार के खिलाफ साजिश रच रही है।

कांग्रेस विधायकों के साथ पत्रकारों को आमंत्रित कर कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी को 15 साल मिले थे और मुझे केवल 15 महीने। आखिर हमारा क्या कसूर था। ढाई महीने लोकसभा चुनाव और आचार संहिता में गुजरे। इन 15 महीनों मे राज्य का हर नागरिक गवाह है कि मैंने राज्य के लिए कितना काम किया। मगर बीजेपी को यह पसंद नहीं आया और उसने लगातार हमारे खिलाफ साजिश रची।

कमलनाथ ने कहा कि मेरा राज्य पूछ रहा है कि मेरा क्या कसूर था। 45 साल के राजनीतिक इतिहास में मैंने हमेशा विकास में विश्वास किया। जनता ने मुझे पांच साल का मौका दिया थाए प्रदेश को विकास की राह पर लाने का।