शराब की बिक्री से उत्तर प्रदेश के राजस्व में बढ़ोत्तरी, आला सरकारी अधिकारी उत्साहित

Jul 14 2019

शराब की बिक्री से उत्तर प्रदेश के राजस्व में बढ़ोत्तरी, आला सरकारी अधिकारी उत्साहित
''बीस प्रतिशत और मजबूत हुई यूपी के अर्थव्यवस्था की रीढ़''

इंडिया इमोशंस न्यूज नेटवर्क, लखनऊ। शराब की बिक्री से उत्तर प्रदेश के राजस्व में निरन्तर हो रही बढ़ोत्तरी को लेकर आला सरकारी अधिकारी उत्साहित हैं। ताजा सरकारी आंकड़े कह रहे हैं कि बीते साल के मुकाबले इस साल लगभग बीस प्रतिशत राजस्व की बढोत्तरी मदिरा व्यापार से हुई है। प्रमुख सचिव आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी ने भी कहा है कि, आबकारी विभाग प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

15 दिन बाद लाईसेंस निरस्त
प्रदेश में मदिरा की दुकाने जो कि लाइसेंस के प्राविधानों को पूरा नहीं करती हैं, उन दुकानों के लाइसेन्सकर्ता को 15 दिन का समय दिया गया है। समयावधि समाप्त होने के बाद लाइसेंस के नियमों को पूरा न करने वाली दुकानों का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।

शराब की दुकानें पक्की हों-
उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि जनपद के विभागीय अधिकारी जनपदों में स्थित सभी कच्ची दुकानों को चिन्हित कर लें और उन्हें दिये गये समयावधि के भीतर पक्का कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने दूसरे राज्यों से बिना सीमा शुल्क दिये आ रही मदिरा के व्यापार पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के सख्त निर्देश दिये हैं।

ओवर रेटिंग पर रोक लगाने के सख्त निर्देश
प्रमुख सचिव आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी ने ओवर रेटिंग पर रोक लगाने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कहीं पर भी किसी भी दशा में ओवर रेटिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी अगर ऐसा होता है, तो सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुचेष्टा और बेइमानी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि सभी जनपदीय अधिकारी नियमित रूप से दुकानों का निरीक्षण करें, जिससे कि अवैध शराब व अन्य अवैध कार्यों पर तत्काल रोक लगायी जा सके।

अवैध मदिरा के उत्पादन पर लगे अंकुश
श्री भूसरेड्डी ने निर्देश दिये कि प्रवर्तन कार्य को और कारगर बनाया जाये और अवैध मदिरा के उत्पादन पर पूरी तरह से अंकुश लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के अन्तर्गत निर्धारित की गयी राजस्व प्रात्तियों की निर्धारित समय में प्राप्ति सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

यूपी में मदिरा से राजस्व की प्राप्ति
आबकारी आयक्त पी. गुरू प्रसाद ने बताया कि माह जून, 2019 में 2122.60 करोड़ रुपये की प्राप्तियां हुई। जबकि गतवर्ष इसी अवधि में 1678.50 करोड़ की प्राप्ति हुई। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष माह जून, 2019 तक 1227.98 करोड़ रुपये अर्थात् 19.63 प्रतिशत राजस्व की वृद्धि हुई। प्रवर्तन कार्य की जानकारी देते हुए गुरू प्रसाद ने बताया कि माह जून, 2019 कुल 12832 अभियोग पकड़े गये। इसी अवधि में 5.37 लाख लीटर अवैध मदिरा पकड़ी गयी। इसके साथ ही 178 वाहन पकड़े गये तथा 1120 व्यक्तियों को जेल भेजा गया।