हरियाणा विधानसभा चुनाव : कांग्रेस को झटके पर झटका, 3 बड़े चेहरों ने छोड़ा हाथ का साथ
इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली: हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस (Congress) की महासचिव अंजलि ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) से ठीक पहले हरियाणा में कांग्रेस (Congress) को तीसरा झटका अंजलि ने दिया है. अशोक तंवर (Ashok Tanwar) और संपत सिंह (Sampat Singh) के बाद अंजलि बंसल (Anjali Bansal) ने हाथ का साथ छोड़ दिया. अंजलि पंचकूला से पूर्व व स्वर्गीय विधायक डी. के बंसल की पत्नी हैं. वहीं अंजलि के बाद संपत सिंह (Sampat Singh) भी बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए. कुमारी सैलजा के अध्यक्ष बनने के 34 दिन के अंदर तकरीबन 40 बड़े नेता कांग्रेस को छोड़कर चले गए. कांग्रेस को अलविदा कहने वाले नेताओं में पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री और पूर्व विधायकों के अलावा चेयरमैन और बड़े चेहरे शामिल हैं.
अंजलि बंसल (Anjali Bansal) ने बुधवार को हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस (Congress) की महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया. अंजलि ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, हरियाणा की अध्यक्ष कुमारी शैलजा और सुष्मिता देव को इस्तीफे की कॉपी भेजने के बाद अंजलि ने सीएम मनोहर लाल की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया.
पंचकूला से चंद्रमोहन बिश्नोई और कालका विधानसभा से प्रदीप चौधरी को टिकट मिलने के बाद भी पार्टी के कई नेताओं ने दूरी बना रखी थी. बंसल ने कहा था कि उनका टिकट इसलिए काटा गया, क्योंकि उनका नाम पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर (Ashok Tanwar) के साथ समर्थक के तौर पर जोड़ा जा रहा था. वह किसी व्यक्ति विशेष के साथ न होकर हाईकमान द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बैठाए व्यक्ति के साथ हैं. तंवर को प्रदेश अध्यक्ष पार्टी ने ही बनाया था.
खुर्शिद ने पहले ही मान ली हार
कांग्रेस (Congress) ने उप्र प्रदेश अध्यक्ष पद की बागडोर अजय कुमार लल्लू को सौंपने के बाद पूर्व अध्यक्ष राजबब्बर, सलमान खुर्शीद और प्रमोद तिवारी को हरियाणा भेजा दिया. कांग्रेस (Congress) के ये दिग्गज नेता अब वहां की विधानसभा क्षेत्रों में होने वाली रैलियों और सभाओं में चुनाव प्रचार करेंगे. लेकिन कांग्रेस (Congress) के बुरी खबर खुद खुर्शिद ने ही दे दी, उन्होंने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में उसके जीतने की संभावना ही नहीं है.
तंवर के भंवर में कहीं डूब न जाए कांग्रेस
हरियाणा कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर (Ashok Tanwar) के भंवर में कांग्रेस (Congress) का इस चुनाव में डूबने की आशंका प्रबल हो गई है. खुद कांग्रेस (Congress) के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और कैथल से प्रत्याशी रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मानते हैं कि अशोक तंवर (Ashok Tanwar) के पार्टी छोड़कर जाने से नुकसान होगा. रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि उनको पार्टी में वापस लाया जाना चाहिए. इसके लिए कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अशोक तंवर (Ashok Tanwar) से बात करनी चाहिए.