पाकिस्तान की आवाम को इमरान ने किया संबोधित, कहा- ना किसी के सामने झुका हूं, न झुकूंगा |

Apr 01 2022

पाकिस्तान की आवाम को इमरान ने किया संबोधित, कहा- ना किसी के सामने झुका हूं, न झुकूंगा |

Pakistan Political Crisis | Update: पाकिस्तान की सियासत में जारी उठापटक के बीच इमरान खान (Imran Khan Latets News) ने गुरुवार देर शाम पाकिस्तान की आवाम को संबोधित किया. एक दिन पहले इमरान ने आर्मी चीफ जनरल बाजवा और ISI DG से मुलाकात के बाद राष्ट्र के नाम अपना संबोधन टाल दिया था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली में बहुमत खोने के बावजूद गुरुवार को साफ कर दिया कि वह इस्तीफा नहीं देंगे. साथ ही, जोर देते हुए कहा कि वह रविवार को होने वाले ‘अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान’ का सामना करेंगे. राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान खान ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का चाहे जो कुछ नतीजा आए, वह और अधिक मजबूत होकर लौटेंगे.

खान को, उन्हें प्रधानमंत्री पद से बेदखल करने की विपक्ष की कोशिश को नाकाम करने के लिए 342 सदस्यीय संसद के निचले सदन (नेशनल असेंबली) में 172 वोट की जरूरत है. हालांकि, विपक्ष ने अपने पक्ष में 175 सांसदों का समर्थन हासिल होने का दावा किया और प्रधानमंत्री से फौरन इस्तीफा देने की मांग की है. इससे पहले इमरान खान के खिलाफ संयुक्त विपक्ष द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए संसद के निचले सदन की बैठक हुई. हालांकि, विपक्षी सदस्यों द्वारा प्रस्ताव पर तत्काल मतदान कराने की मांग उठाने पर सत्र की कार्यवाही बिना बहस के रविवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. इमरान सरकार दो प्रमुख सहयोगियों के सत्तारूढ़ गठबंधन से अलग होने के बाद बहुमत खो चुकी है.

संसद भवन में जैसे ही नेशनल असेंबली का सत्र शुरू हुआ, डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने सवाल आमंत्रित किए. हालांकि, विपक्षी सांसदों ने ‘गो इमरान गो’ के नारों के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल मतदान कराने की मांग की. सूरी ने विपक्ष के रवैये को ‘गैर-जिम्मेदाराना’ करार दिया और सत्र रविवार सुबह 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया, जब अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने की उम्मीद है. उन्होंने यह भी घोषणा की कि संसदीय समिति की बैठक कमेटी कक्ष-2 में होगी. बता दें कि कोई भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री पांच साल का अपना पूर्ण कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है. साथ ही, पाकिस्तान के इतिहास में कोई भी प्रधानमंत्री अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से बेदखल नहीं हुआ है. इमरान खान इस चुनौती का सामना करने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं.