सरकार गिरने से पहले विदेश भागने लगे Imran Khan के करीबी, अब तक इन्होंने छोड़ा Pakistan

Mar 23 2022

सरकार गिरने से पहले विदेश भागने लगे Imran Khan के करीबी, अब तक इन्होंने छोड़ा Pakistan

नई दिल्ली: शुरू से ही अपने विरोधियों के निशाने पर रही इमरान खान (PAK PM IMran Khan) की सरकार अपनों के साथ छोड़ने से अल्पमत में आ गई है. हालत ये है कि कभी भी इमरान खान की सरकार गिर सकती है. दरअसल, 25 से 28 मार्च के बीच संसद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence motion) का सामना करने वाले हैं. अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान सरकार और उनके करीबियों को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है. ऐसी भी खबर है कि इमरान खान संसद में फ्लोर टेस्ट के पहले ही इस्तीफा दे देंगे. इस बीच प्रधानमंत्री इमरान के करीबी नेता, नौकरशाह और जजों के विदेश भागने का सिलसिला शुरू हो गया है.

ये छोड़ चुके हैं देश
पाकिस्तान से आ रही खबरों के मुताबिक, इमरान खान के पूर्व सलाहकार शहजाद अकबर और मुख्य सचिव आजम खान और पूर्व चीफ जस्टिस गुलजार अहमद पाकिस्तान छोड़कर अमेरिका भाग चुके हैं. दरअसल, पाकिस्तानी पीएम इमरान खान (Imran Khan) की सरकार इस वक्त बहुत बड़े राजनीतिक संकट का सामना कर रही है. पाकिस्तान से इस तरह की खबरें भी आ रही है कि अविश्वास प्रस्ताव से पहले संसद में भाषण के बाद पीएम की कुर्सी छोड़ सकते हैं. अब ये देखना होगा कि खान पीएम की कुर्सी छोड़ते हैं या नहीं, लेकिन इससे पहले उनके सहयोगियों को देश छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है.


पाकिस्तानी मीडिया की खबरों के मुताबिक इमरान के पूर्व सलाहकार शहजाद अकबर (Imran Khan's Advisor Shahzad akbar), मुख्य सचिव आजम खान (Chief Secretary Azam Khan) और पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान जस्टिस गुलजार अहमद (Chief Justice Of Pakistan Gulzar Ahmad) पाकिस्तान छोड़कर भाग चुके हैं. इस बीच अमेरिका में रह रहे पाकिस्तानी वकील, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर साजिद तराड़ ने तंज कसते हुए कहा है कि पीएम इमरान के करीबियों के भागने का सिलसिला अभी तो सिर्फ शुरू हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि अभी कम से कम इमरान सरकार के 8 मंत्री पाकिस्तान छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर मोईद यूसुफ भी बस देश छोड़कर जाने ही वाले हैं। उन्होंने आगे कहा कि इमरान के बच्चे पहले से ही लंदन में हैं. अगर वो भी लंदन चले जाएं तो हैरानी की बात नहीं होगी.

इस लिए देश छोड़ रहे हैं इमरान के करीबी

जस्टिस गुलजार अहमदः वे पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में जनवरी 2022 तक मुख्य न्यायाधीश थे. उनके बारे में मिली जुली बातें सामने आ रही है. एक तरफ तो उन्होंने इमरान सरकार को गवर्नेंस के मुद्दे पर कई बार फटकार लगाई और सरकार चलाने के तौर तरीकों पर सवाल उठाए. वहीं, उन पर सेना के इशारे पर फैसले करने के आरोप थे. उनके खिलाफ आरोप है कि उन्होंने इमरान सरकार के भ्रष्टाचार के कई मुद्दों पर फैसले लटकाए रखे, इनमें ज्यादातर सरकार से जुड़े मामले थे। हालांकि, उन्होंने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में फौज को आखिरी वक्त में नाराज कर दिया. एक फैसले में कहा कि सेना को को जमीन मुल्क की हिफाजत के लिए दी गई है। वो उन पर मैरिज हॉल और थिएटर बनाकर पैसा क्यों कमा रही है? गौरतलब है कि जस्टिस गुलजार का परिवार जनवरी में उनके रिटायर होने के काफी पहले ही अमेरिका जा चुका था. इस महीने की शुरुआत में उन्होंने भी मुल्क छोड़ दिया.

शहजाद अकबरः वह भ्रष्टाचार और आंतरिक मामलों पर इमरान के सलाहकार थे. गौरतलब है कि इमरान खान उन्हें ब्रिटेन से पाकिस्तान लेकर आए थे. इमरान खान चाहते थे कि नवाज शरीफ और उनके परिवार को भ्रष्टाचार के मामलों में सजा दिलाई जाए. हालांकि, नवाज शरीफ जेल से इलाज के नाम पर लंदन चले गए. देश में उनके भाई शहबाज और बेटी मरियम टिकी रहीं. इमरान खान के शासन काल में अकबर ने दर्जनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शरीफ परिवार को दोषी करार दिया. हालांकि, अदालत ने सबूत के अभाव में सबको बरी कर दिया. वहीं, इमरान सरकार पर लगे रिंग रोड, शुगर, हाउसिंग जैसे घोटालों के आरोप पर चुप्पी साध ली. इसके बाद जनवरी के आखिर में बहुत ही दबे सुरों में अकबर के इस्तीफे की खबर आई। इसके बाद वो पाकिस्तान में कहीं नजर नहीं आए. अब खबर सामने आई है कि वो परिवार समेत लंदन लौट चुके हैं.


आजम खानः माना जा रहा है कि पौने चार से सत्ता पर काबिज इमरान खान की सरकार के फैसलों के पीछे दिमाग उनके चीफ या प्रिंसिपल सेक्रेटरी आजम खान का ही होता है। उनके ही इशारों पर तमाम बड़े जर्नलिस्ट्स को चैनलों ने नौकरी से निकाल दिया था. जिन पत्रकारों को निकाला गया है, उनमें हामिद मीर, सलीम साफी, असद अली तूर, आलिया शाह, रिजवान रजी और आरजू काजमी शामिल हैं. अब यही पत्रकार सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके मंत्रियों के काले कारनामे सामने ला रहे हैं. गौरतलब है कि विपक्ष के नेता मौलाना फजलुर-रहमान ने साफ कहा था कि आजम ने मुल्क को तबाह कर दिया. लिहाजा, कहा जा रहा है कि आजम खान वक्त की नजाकत भांपते हुए पिछले शुक्रवार को वो दुबई पहुंचे और फिर वहां से एक प्राइवेट प्लेन से अमेरिका के मियामी चले गए हैं.