टूटने की कगार पर था रिश्ता, वैष्णोदेवी जाने से फिर बस गया घर

Sep 04 2019

टूटने की कगार पर था रिश्ता, वैष्णोदेवी जाने से फिर बस गया घर

इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली। अक्सर कहा जाता है कि इंसान के सारे रास्ते बंद हो जाते है तो किस्मत कहें या भगवान एक ना एक राह जरूर दिखाती हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिस पर यकीन कर पाना मुश्किल है। दरअसल, हाल ही में एक पति-पत्नी का यह रिश्ता टूट चुका था।

पत्नी ने कोर्ट में तलाक के लिए याचिका दाखिल कर दी थी और तलाक की प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी। इसी बीच दोनों वैष्णोदेवी के दर्शन हेतु यात्रा पर निकले और जब लौटे तो उन्होंने तलाक की याचिका वापस ले ली। बताते चलें कि दुल्हन ससुरालवालों के तानों से इतनी परेशान हो गई कि कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल कर दी थी।

कोर्ट ने मामले को मध्यस्ता सेंटर में रेफर कर दिया। शादी के कुछ समय बाद ही अलग होने से दुखी पति ने पत्नी के साथ वैष्णो देवी दर्शन करने की इच्छा जताई। मध्यस्थता सेंटर में इस केस को देख रहे मीडिएटर को लगा कि टूटने की कगार पर पहुंच चुका यह रिश्ता दोबारा जुड़ सकता है। इजाजत मिलने के बाद पति-पत्नी वैष्णो देवी दर्शन करने के लिए चले गए। वापस लौटे तो शादी टूटने से बच गई।

ईस्ट दिल्ली में रहने वाली युवती की शादी साल 2018 में नोएडा की सॉफ्टवेयर कंपनी में जॉब करने वाले इंजिनियर से हुई थी। रिश्तेदार इस बात को लेकर नाराज थे कि शादी में उनकी मिलनी (मान सम्मान) अच्छी तरह से नहीं की गई। तानों से दुखी होकर लडक़ी वापस अपने मायके लौट आई। यहां आकर युवती ने पति से अलग होने का फैसला लिया।

युवती ने तलाक के लिए कडक़डड़ूमा कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी। संबंधित कोर्ट ने यह केस मध्यस्थता सेंटर में भेज दिया। सेंटर में बतौर मीडिएटर तैनात एडवोकेट केके मखीजा ने सबसे पहले लडक़े और लडक़ी से अलग अलग बातें की। दोनों में से किसी ने एक दूसरे पर कोई आरोप नहीं लगाया। एक बार पति-पत्नी जब अपने केस की सुनवाई के सिलसिले में मध्यस्थता सेंटर आए थे तो उन्होंने वैष्णो देवी के दर्शन करने की इच्छा जताई।

मीडिएटर ने दोनों को वैष्णो देवी दर्शन करने की इजाजत दे दी। वैष्णो देवी से वापस लौटने के बाद अपनी तलाक की अर्जी वापस लेते हुए एक साथ रहने की इच्छा जताई। मीडिएटर मखीजा ने बताया कि 5-6 सुनवाई में यह मामला निपट गया।