बनाना चाहते हैं प्रेम को अमर, रखें इन बातों का विशेष ध्यान

Nov 12 2021

बनाना चाहते हैं प्रेम को अमर, रखें इन बातों का विशेष ध्यान

दाम्पत्य जीवन की शुरूआत से पूर्व ही युगल अपनी सगाई के बाद से ही कुछ बातों पर ध्यान देना शुरू कर दें तो शादी के बाद शुरू होने वाली उनकी जिन्दगी में उनका प्रेम सिर्फ प्रेम ही नहीं रहेगा अपितु वह अमर प्रेम में बदल सकता है। शादी के शुरुआती दिनों में कई बातों का ख्याल रखते हुए रिश्ते को आगे बढ़ाया जाता है ताकि रिश्ते में अपनापन बना रहे। अक्सर देखा जाता है कि जैसे-जैसे रिश्ता आगे बढ़ता है और जोड़े को अपने साथी की आदतों और व्यवहार का पता चलता है तब कई बार रिश्ते में दरार की शुरूआत हो जाती है जिसके चलते उनके प्रेम में कमी आने लगी है। प्रेम जो अमर होने की राह पर होता है वह बीच रास्ते में ही साथ छोड़ देता है। ऐसे में रिश्ते को संभालना बहुत जरूरी है और इसके लिए अपने साथी की आदतों या व्यवहार को बदलने से पूर्व आपको अपनी कुछ आदतों में सुधार लाने की जरूरत होगी। आज हम आपको ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके चलते अमर होने वाला प्रेम घृणा में बदल जाता है।
आइए डालते हैं एक नजर उन कारणों या यूं कहें आदतों पर जिनके चलते रिश्ते में दीवार खड़ी हो जाती है—

कोई भी निर्णय लेने से पहले साथी से बात अवश्य करें
ज्यादातर यह देखा जाता है कि पति-पत्नी कोई भी निर्णय लेने से पूर्व आपस में कोई सलाह मशविरा नहीं करते हैं। विशेष रूप से पति अर्थात् पुरुष यह सोचता है कि वह जो कुछ करेगा उसे उसका साथी अवश्य मानेगा। यह गलत धारणा ही कई बार रिश्ते को तोडऩे की शुरूआत करती है। यदि आप कोई निर्णय ले रहे हैं और वह फैसला आपके जीवन आपके दांपत्य जीवन पर प्रभाव डाल सकता है तो ऐसे में साथी की राय लेना भी जरूरी है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके साथी के मन में यह विचार आ सकता है कि आप उनसे प्रेम नहीं करते। सिर्फ यही नहीं हो सकता है आपके प्रति उनके मन में किसी प्रकार का शक पैदा हो जाए। ऐसे में यदि आप अपने जीवन से अपने साथी से जुड़े किसी भी प्रकार का फैसला कर रहे हैं तो उसके बारे में अपने साथी को जरूर बताएं।

बंद करें झूठ बोलना
पुरुषों में यह एक आम आदत होती है। हालांकि कई बार वह घर परिवार के सुख शांति के लिए झूठ का सहारा लेता है लेकिन यह आदत सही नहीं है। अगर आप अपने जीवन साथी से किसी भी विषय पर झूठ बोलते हैं तो यह गलत है। पता चलने पर रिश्तेे में कड़वाहट आना शुरू हो जाती है और उसका आप पर भरोसा भी टूटने लगता है। यदि वह झूठ किसी कारण से बोला गया है तो आप उस कारण को समझाते हुए अपने साथी से माफी मांग सकते हैं। यदि आपने झूठ किसी और परिस्थिति के चलते बोला है तो हो सकता है कि इसके कारण उसके मन में शक की भावना पैदा हो जाए। ऐसे में झूठ बोलने से बचें और हर परिस्थिति के बारे में अपने जीवन साथी को सही-सही बताएं।

छोटी-छोटी बातों पर जासूसी
अक्सर शादीशुदा जीवन में झगड़ों की एक आम वजह होती है हर बात पर जासूसी करना। रिश्ते में भरोसे का होना जरूरी है। ऐसे में यदि साथी छोटी-छोटी बातों पर जासूसी करेगा या उसकी बातों पर शक करेगा या उससे जासूसी भरे सवाल जैसे किसका फोन आया था, क्यों आया था, इतनी देर कहां रह गए, इतनी देर से किससे बातें कर रहे थे आदि सवाल करेगा तो इससे व्यक्ति परेशान हो सकता है। इसके कारण रिश्ते में तकरार आनी शुरू हो जाती है। रिश्ते में भरोसा कायम करने के लिए सबसे पहले यह दिखाना होगा कि उसे आप पर बहुत भरोसा है। उसके लिए जासूसी जैसी आदत से बचना जरूरी है।

ऑफिस में बार-बार फोन करना
कुछ पत्नियों की आदत होती है कि वे अपने पति को ऑफिस में बार-बार फोन करती हैं और उन्हें परेशान करती हैं। वह यह जानने के लिए फोन करती हैं कि वह क्या कर रहे हैं, किस से बात कर रहे हैं, कहीं उनका फोन बिजी तो नहीं आ रहा। ऐसे में यह आदत पति को परेशान कर सकती है और उसका ध्यान काम से हटकर दूसरी बातों पे चला जा सकता है। इस आदत को समय रहते बदलना बहुत जरूरी है, क्योंकि हो सकता है कि इससे पति की नौकरी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़े। ऐसे में एक निश्चित समय तय करें और उसी वक्त अपने पति को फोन करें।

ज्यादा उम्मीद रखना
दांपत्य जीवन में एक दूसरे पर भरोसा रखना जरूरी है। लेकिन जब आपको पता है कि आपका साथी किसी काम में बिजी है या उसका स्वभाव थोड़ा अलग है तो उस वक्त खुद को समझाना या अपने साथी से ज्यादा उम्मीद रखना आपकी ही गलती है। अपनी इच्छाओं को साथी के ऊपर थोपने से रिश्ते में तकरार आना शुरू हो जाती है और हो सकता है कि आपका साथी आपसे जल्दी बोर हो जाए। वहीं अगर वह आपकी इच्छा को पूरा ना करें तो आपके मन में भी शक पैदा हो जाता है और आपको लगता है कि वो आपसे प्यार नहीं करता। ऐसे में अपने साथी से केवल उतनी उम्मीद रखें, जितना वह पूरा कर सके।

बदलने की करें कोशिश
एक दूसरे में बदलाव लाना नकारात्मक तरीके से और सकारात्मक तरीके से दोनों से प्रभाव डाल सकता है। यह इस पर निर्भर करता है कि आप एक दूसरे में किस प्रकार के बदलाव को देखना चाहते हैं। यदि आप बदलाव अपने साथी की तरक्की की तरफ देखना चाहते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है। अगर आपको अपने पार्टनर के उठने, बैठने, पहनने आदि से दिक्कत है तो इस बदलाव के कारण हो सकता है कि आपका साथी यह महसूस करें कि आप उससे प्यार नहीं करते या उसके मन में शक की भावना भी पैदा हो सकती है। जो जैसा है उसे वैसा ही स्वीकार करें। अगर आप किसी प्रकार का बदलाव चाहते भी हैं तो उससे पहले आप अपनी इच्छा के बारे में बताएं उसके बाद उनसे उसकी राय जानें।

छोटी-छोटी बातों पर ताने देना
दांपत्य जीवन में कभी पुरुष तो कभी महिलाएं एक दूसरे को छोटी-छोटी बातों पर ताने देना शुरू कर देते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आप दोनों के बीच में लड़ाईयां हो रही हैं तो वह घर वालों को बीच में ले आते हैं या अगर आप कोई स्पेशल दिन भूल गए या किसी काम को करना भूल गए तो उसे लेकर बार-बार ताने देना शुरू हो जाते हैं। इससे भी रिश्ता कमजोर हो जाता है। दांपत्य जीवन में छोटी मोटी तकरार रिश्ते में प्यार बढ़ा सकती है। लेकिन हर बात पर टकराव करना, ताने देना या एक दूसरे को सुनाना रिश्ते को कमजोर कर सकता है। ऐसे में इस आदत को समय रहते बदलना जरूरी है।