UP: 15 दिनों में 10 नए प्लांट बनाएंगे डीआरडीओ, हवा से ऑक्सीजन बनाई जाएगी
India Emotions, Lucknow. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारू है। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अति शीघ्र 10 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इस कार्य में डीआरडीओ का सहयोग मिल रहा है। प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई नियमित है। डीआरडीओ ने प्रस्ताव दिया है जिसमें वे 15 दिनों में 10 नए प्लांट बनाएंगे जिसमें हवा से ऑक्सीजन बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि एक सप्ताह के अंदर ये सारे प्लांट शुरू कर दिए जाएं 10 नवीन ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के संबंध में स्थान का चिन्हांकन कर आज से ही युद्धस्तर पर कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाए। स्वास्थ्य मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव स्वास्थय इस पूरी कार्यवाही पर सीधी नजर रखेंगे। उन्होंने बताया कि सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति बनी रहे। इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारु आपूर्ति के संबंध में स्थापित कंट्रोल रूम 24×7 सक्रिय रहंेगा।
नवनीत सहगल ने बताया कि कोविड प्रबंधन के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी प्रतिबद्धता के साथ टीम-11 के सदस्यों साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर लखनऊ के केजीएमयू और बलरामपुर चिकित्सालय को डेडीकेटेड कोविड चिकित्सालय बनाया जा रहा है। राजधानी लखनऊ के केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को अगले 24 घंटे की अवधि में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित कर संचालित किया जाना है। स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस महत्वपूर्ण कार्य की मॉनीटरिंग करेंगे। इन दो नए डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के संचालन से लखनऊ में लगभग 4000 बेड का विस्तार होगा। उन्होंने बताया कि लखनऊ स्थित अवध शिल्प ग्राम में एचएएल के सहयोग से एक नया सर्व सुविधायुक्त कोविड हॉस्पिटल तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य विभाग को एचएएल से समन्वय स्थापित कर इस अतिमहत्वपूर्ण कार्य को तत्काल क्रियाशील करने के निर्देश दिये है।
श्री सहगल ने बताया कि कोविड मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा को सुदृढ़ रखने के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को रेमिडीसीवीर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। रेमिडीसीवीर सहित किसी भी प्रकार के जीवनरक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है। सभी जिलों में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित रखी जायेगी।