वेट लूज में कारगर है किचन का यह मसाला, और भी मिलेंगे फायदे

Feb 23 2020

वेट लूज में कारगर है किचन का यह मसाला, और भी मिलेंगे फायदे

भारतीय रसोई का मसालों से गहरा नाता हैं या यूं कहिए कि यह भारती रसोई का अभिन्न अंग है। मसाले ना सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि कई बीमारियों से लड़ने में भी मददगार है। इन्हीं में से एक है गरम मसाला, जो खाने का स्वाद और खुशबू दोनों ही बदल देता है। वहीं किचन में मिलने वाला यह आम मसाला औषधीए गुणों से भरपूर है, जो वजन घटाने से लेकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में काफी मददगार है।
चलिए आज हम आपको गरम मसाला के कुछ ऐसे जबरदस्त फायदे बताते हैं, जिसे जानने के बाद आप भी इसका यूज शुरू कर देंगे।

वजन घटाने में मददगार
गरम मसाला में फाइटोन्यूट्रिएंट्स नामक तत्व होता है, जो मेटॉबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करता है। बेहतर मेटाबॉलिज्म ना सिर्फ ऊर्जा बढ़ाता है बल्कि इससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है।

मजबूत पाचन क्रिया
धनिया के बीज, जीरा, जायफल, इलायची, लौंग, दालचीनी, सौंफ, सरसो, तेजपत्ता और काली मिर्च के मिश्रण से बना खुशबूदार गरम मसाला पाचन क्रिया को सही रखता है। इससे आप कब्ज, गैस्ट्रिक, एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं।

भूख बढ़ाए
अगर आपको भूख नहीं लगती तो खाने में गरम मसाला जरूर डालें। इसमें ऐसे एंजाइम होते हैं, जो भूख बढ़ाने में मदद करते हैं।

ब्लड शुगर कंट्रोल
इसमें इस्तेमाल होने वाले मसाले इन इंसुलिन हार्मोन को सही रखते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण होते हैं। साथ ही इससे डायबिटीज का खतरा भी कम होता है।

किडनी व लिवर डिटॉक्स
शरीर को डीटॉक्सिफाई करने के लिए गर्माहट की जरूरत पड़ती है, जो इस मसाले से मिलती है। वहीं, इस मसाले के इस्तेमाल से लोगों के किडनी, कोलन और लिवर में भरा टॉक्सिन भी निकाला जा सकता है।

कैंसर से बचाव
इसमें प्राकृतिक एंटीकैंसर तत्व होते हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इससे ब्रेस्ट कैंसर, ट्यूमर का खतरा कम होता है।

ग्लोइंग व बेदाग स्किन
एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर गरम मसाला स्किन प्रॉब्लम्स से दूर रखने में मददगार है। इसका सेवन पिंपल्स, एक्ने, झुर्रियां व झाइयां जैसी समस्याओं को दूर रखता है।

होते हैं कई नुकसान भी...
क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसका अधिक सेवन आपके लिए परेशानी भी बन सकता है। अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से एसिडिटी, गले या जीभ में फोड़ा, सीने में जलन, पेशाब में जलन, नाक से खून आना जैसी परेशानियां हो सकती है।