खून के अवैध कारोबारियों पर ड्रग एंड सेफ्टी विभाग क्यों नहीं कर रहा पूर्ण कार्रवाई?

Dec 06 2022

खून के अवैध कारोबारियों पर ड्रग एंड सेफ्टी विभाग क्यों नहीं कर रहा पूर्ण कार्रवाई?

लखनऊ। राजधानी में खून का अवैध कारोबार करने वालों पर अंकुश लगाने में खुद ड्रग एंड सेफ्टी विभाग ही लापरवाह बना हुआ है। यही वजह है कि गत अगस्त में एक निजी ब्लड बैंक में दूसरे राज्य से मंगाए जाने का मामला पकड़े जाने के बाद भी अब‌ तक खून की निगरानी के लिए पोर्टल नहीं बनाया गया है। ऐसा तब है जबकि खुद जिलाधिकारी ने ऑनलाइन पोर्टल बनाकर इसमें सभी ब्लड बैंकों का रोजाना डाटा अपलोड कराने का निर्देश दिया था।
मिली जानकारी के मुताबिक विभाग की इस लापरवाही के चलते निजी ब्लड बैंक अब भी मनमानी में लगे हैं।लखनऊ में करीब 30 निजी ब्लड बैंक संचालित हैं। इसमें से 14 चैरिटेबल ब्लड बैंक हैं। इन ब्लड बैंकों के पास खून कहां से आ रहा है और किसको आपूर्ति हो रही है। इसकी जानकारी विभागीय अफसरों के पास नहीं है। इसका कारण यह है,कि चैरिटेबल ब्लड बैंक रक्तदान शिविर के लिए कोई भी अनुमति नहीं लेते। अगस्त में दो ब्लड बैंकों में दूसरे राज्य से खून लाए जाने का मामला पकड़ा
गया था। इस पर जिलाधिकारी ने खून की उपलब्धता व इसकी एक्सपायरी से संबंधित जानकारी अपडेट रखने के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू करने के निर्देश दिए थे। इस
पोर्टल पर सभी ब्लड बैंकों में मौजूद खून के स्टॉक व एक्सपायरी समेत अन्य जानकारी रोजाना साझा की जानी थी, ताकि ब्लड बैंकों की मॉनिटरिंग आसान हो
सके। इसके बाद भी ड्रग विभाग के अफसरों ने पोर्टल बनाने में रुचि नहीं दिखाई। इससे अभी तक पूरी व्यवस्था पुराने ढर्रे पर चल रही है। निजी ब्लड बैंक मनमाना शुल्क वसूलकर मरीजों को खून बेच रहे हैं। इस मामले में जिम्मेदारों से फोन पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नही उठा।