सऊदी अरब बनाने जा रहा है काँच का शहर, नहीं होगी सडक़, लागत 39.95 लाख करोड़

Jul 30 2022

सऊदी अरब बनाने जा रहा है काँच का शहर, नहीं होगी सडक़, लागत 39.95 लाख करोड़

बदलते समय के साथ तकनीक भी बदलती जा रही है। पर्यावरण प्रदूषण को लेकर पश्चिम वाले पूरब वालों से ज्यादा सजग हैं। बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए सऊदी अरब तकनीक के जरिये विश्व का आठवां अजूबा बनाने जा रहा है। प्राप्त समाचारों के अनुसार सऊदी अरब एक अनोखा शहर बनाने की तैयारी कर रहा है जो काँच की दीवारों से ढका होगा और सबसे महत्त्वपूर्ण बात वहाँ पर कोई सडक़ नहीं होगी। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिल सलमान ने इस प्रोजेक्ट के बारे में सबसे पहले साल 2021 में बताया था। इस शहर को बसाने में 39.95 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। द लाइन शहर को कांच की आधा किलोमीटर ऊंची दीवारों से ढका जाएगा। सऊदी अरब की प्रेस एजेंसी ने शहर की डिजाइनों की क्लिप जारी की हैं। इस शहर को आकर्षक, फ्यूचरिस्टिक और हरा भरा दिखाया गया है। घरों की छतों पर बगीचे बने हुए दिखाए गए हैं।इस शहर की चौड़ाई सिर्फ 200 मीटर होगी जबकि इसकी लंबाई 161 किलोमीटर होगी और ऊंचाई 500 मीटर होगी जिसमें कांच लगे होंगे। सबसे खास बात यह है कि इस पूरे शहर को नवीकरणीय ऊर्जा से संचालित किया जाएगा। इस शहर में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बायोमॉस और हाइड्रो पावर से पैदा हुई बिजली की सप्लाई की जाएगी। सऊदी अरब ने इस शहर को द लाइन नाम दिया है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य के शहर को बसाने की यह परियोजना है। प्रदूषित दुनिया में इस शहर के नागरिकों को स्वच्छ हवा मिलेगी। यहां पर बिजनेस के लिए दफ्तर, बच्चों के लिए स्कूल और कॉलेज, मनोरंजन के लिए पार्क भी वर्टिकल ही बनाए जाएंगे।दुनिया में पहली बार ऊंचाई की ओर बढ़ता हुआ शहर बनाया जाएगा। इस शहर में रहने वाले नागरिक एक छोर से दूसरे छोर पर सिर्फ 20 मिनट में पहुंच जाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पर एक हाई स्पीड ट्रेन चलाई जाएगी। इस शहर में घर के ऊपर घर बनाए जाएंगे। इस शहर में लेयर दर लेयर फ्लैट बनेंगे। इस शहर में किसी तरह का प्रदूषण नहीं होगा और न ही किसी प्रकार का कोई कार्बन उत्सर्जन होगा। इस शहर में 90 लाख लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। यह पूरी तरह वर्टिकल होगा यानी खड़ा शहर। इस शहर में न सडक़ें होगी और न ही कार चलेंगी। यह शहर करीब 26,500 वर्ग किलोमीटर इलाके में बसाया जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो यह शहर साल 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा