Private Hospital: कक्षा आठ पास खुद को बता रहा डॉक्टर
India Emotions, लखनऊ। डॉक्टर की पढ़ाई में लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। डॉक्टर की डिग्री हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। लेकिन कुछ झोलाछाप अपने विजिटिंग कार्ड पर डॉक्टर लिखवा कर मरीजों को झांसे में लेकर उनका इलाज करने में लगे हुए हैं।
इन झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है और मरीजों की मौत भी हो जाती है। ऐसा ही एक ताजा मामला मड़ियांव थाने क्षेत्र के एक निजी अस्पताल का प्रकाश में आया है। यहां एक शख्स खुद के विजिटिंग कार्ड पर डॉक्टर लिखवा इलाज कर रहा है। जबकि उसकी शिक्षा महज कक्षा आठ तक की बताई जा रही है।
मड़ियांव थाने से चंद कदम की दूरी पर नेशनल हाइवे -24 पर हिमसिटी हास्पिटल एण्ड ट्रामा सेंटर नाम से अस्पताल संचालित किया जा रहा है। इस अस्पताल में काम करने वाला शिव नरायन अपने विजिटिंग कार्ड पर खुद डॉक्टर लिखाए हैं।
बताया जा रहा है शिव नरायन अपना विजिटिंग कार्ड दिखाकर लोगों को झांसे में लेकर अस्पताल में मरीज शिफ्ट कराता है। वहीं सुत्रों की मानें,तो शिव नरायन कक्षा आठ तक पढ़़ाई की है।
वह ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर डॉक्टर लिखा विजिटिंग कार्ड वितरित करके लोगों को जाल में फंसाकर मरीजों को अस्पताल में शिफ्ट कराता है। शिव नरायन से फोन पर बात की गई,तो उसने बताया कि हिमसिटी हास्पिटल वालों ने मेरा विजिटिंग कार्ड छपवाएं है जिस पर डॉक्टर लिखा दिए हैं।
इस बारे निजी अस्पतालों के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डॉ एपी सिंह पूंछा गया, तो उन्होंने बताया कि इस तरह का फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को चिन्हित करके उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।