एमजे हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर पर जांच के आदेश, आरोप सही पाने पर होगी शख्स कार्रवाई

Sep 24 2022

एमजे हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर पर जांच के आदेश, आरोप सही पाने पर होगी शख्स कार्रवाई

लखनऊ। एमजे हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में बकाया बिल न देने पर शव रोके जाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग सख्त हो गया है। कार्यवाहक सीएमओ आरके चौधरी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी भी गठित की गई है। सीएमओ आफिस से शुक्रवार को अस्पताल को एक नोटिस भी जारी की है।
बता दें,कि, हरदोई निवासी आकांक्षा ने बुधवार को शिशु को लेकर केजीएमयू ट्रॉमा सेेंटर आई थीं। शिशु का आहार व मलद्वार नहीं था। ट्रामा में बेड खाली न होने से दलाल मरीज के परिजन को झांसे में लेकर एमजे हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर पहुंचा दिया। यहां पीडियाट्रिक सर्जन ने नवजात के तीन ऑपरेशन करके उसका मल द्वार व आहार नाल बनाया। ऑपरेशन बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई उसे वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। हालांकि उसकी जान नहीं बच सकी। आरोप है कि करीब 40 हजार रुपए बिल बकाया होने की वजह से शव रोका गया था। जिसकी शिकायत उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से परिजनों की थी। डिप्टी सीएम कार्यालय से अस्पताल संचालक को फोन करके नवजात का शव दिलाया गया। शुक्रवार को कार्यवाहक सीएमओ डॉ. आरके चौधरी ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है। नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. एपी सिंह ने बताया,कि शव रोके जाने का मामला गंभीर है। जांच में परिजनों के बयान के बाद यदि बात सही निकली,तो अस्पताल पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।