समाज सेविका ममता त्रिपाठी ने ट्वीट के जरिए अवैध फार्मेसियों की शिकायत डिप्टी सीएम व डीएम से की

Sep 20 2022

समाज सेविका ममता त्रिपाठी ने ट्वीट के जरिए अवैध फार्मेसियों की शिकायत डिप्टी सीएम व डीएम से की

लखनऊ। राजधानी में संचालित हो रहे अवैध फॉर्मेसियों की जानकारी ट्विटर के जरिए डिप्टी सीएम और जिलाधिकारी के पास पहुंची है। स्वास्थ्य विभाग ने खुलासा किया था,कि अवैध फार्मेसियों का जाल फैला हुआ है। लेकिन जिम्मेदार ड्रग विभाग खामोश बैठा है। ड्रग विभाग की लगातार फजीहत होने बाद भी अवैध फार्मेसी पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। आरोप है अवैध फार्मेसी विभाग की कमाई का जरिया बना हुआ है। राजधानी में करीब 1200 से ज्यादा निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं। इसमें बड़े.मध्यमवर्गीय अस्पतालों ने अस्पताल में संचालित फार्मेसी का लाइसेंस ले रखा है। बाकी अवैध तरीके से अस्पतालों में फार्मेसी चल रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पतालों में फायर मानक परखने दौरान अवैध फार्मेसी मिली। इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेजी जा रही है। बीते पंद्रह दिनों में सीएमओ की टीम द्वारा करीब 20 से अधिक अस्पतालों का निरीक्षण किया गया। इसमें महज चार से पांच अस्पताल ही फार्मेसी का लाइसेंस दिखा पाए थे। किसी अस्पताल में फार्मेसी का लाइसेंस मिला,तो वहां पर फार्मासिस्ट की जगह अप्रशिक्षित स्टॉफ मरीजों को दवाएं बाटता मिला। ठाकुरगंज, गोलागंज, चौक, गुडंबा, पारा समेत अन्य इलाकों में निजी अस्पताल अवैध फार्मेसी का संचालन कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता ममता त्रिपाठी ने इस मसले को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक व डीएम को ट्विटर जरिए की है। वहां से मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है अस्पतालों में संचालित फार्मेसी पर कार्रवाई का अधिकार उनके पास नहीं है। फार्मेसियों पर कार्रवाई करने का अधिकार ड्रग विभाग के पास है।