बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप: भारतीय शटलरों के लिए मुश्किल ड्रॉ, लक्ष्य सेन का सामना दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी से

पेरिस में 25 अगस्त से शुरू हो रही BWF विश्व चैंपियनशिप के लिए बुधवार को ड्रॉ की घोषणा की गई, और यह भारतीय बैडमिंटन सितारों के लिए एक बड़ी चुनौती लेकर आया है। अगर भारत को इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पदक जीतने का सिलसिला जारी रखना है, तो उसके शीर्ष खिलाड़ियों को शुरुआती दौर से ही कड़ी परीक्षाओं का सामना करना होगा।

लक्ष्य सेन के सामने सबसे बड़ी चुनौती

पुरुष सिंगल्स में भारत के युवा शटलर लक्ष्य सेन को सबसे कठिन ड्रॉ मिला है। उनका पहला ही मुकाबला चीन के शीर्ष वरीयता प्राप्त और दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी शी यू की से होगा। यह दोनों के बीच पांचवीं भिड़ंत होगी, जिसमें शी का 3-1 का बेहतर रिकॉर्ड है। 2021 संस्करण में कांस्य पदक जीतने वाले लक्ष्य के लिए यह एक बड़ी बाधा होगी। अल्मोड़ा के 23 वर्षीय खिलाड़ी, जो वर्तमान में 21वीं रैंक पर हैं, पिछले साल पेरिस ओलंपिक में सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से अपनी पुरानी लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस सीज़न में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑल इंग्लैंड में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचना रहा है।

प्रणॉय की राह भी आसान नहीं

वहीं, पुरुष सिंगल्स के दूसरे हाफ में भारत के अनुभवी खिलाड़ी एच.एस. प्रणॉय अपने अभियान की शुरुआत फिनलैंड के जोकिम ओल्डोर्फ के खिलाफ करेंगे, जो एक जीतने योग्य मैच लगता है। लेकिन दूसरे दौर में उनकी संभावित टक्कर डेनमार्क के दूसरी वरीयता प्राप्त और दुनिया के नंबर 2 खिलाड़ी एंडर्स एंटोनसेन से हो सकती है, जो उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

सिंधु को शुरुआती बढ़त, पर आगे की राह मुश्किल

महिला सिंगल्स में, विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में भारत की सबसे सफल खिलाड़ी पी.वी. सिंधु को पहले दौर में अपेक्षाकृत आसान ड्रॉ मिला है। पांच बार की पदक विजेता और 2019 की चैंपियन सिंधु अपने अभियान की शुरुआत बुल्गारिया की कैलोयाना नालबंतोवा के खिलाफ करेंगी। हालांकि, हाल के दिनों में फॉर्म से जूझ रहीं सिंधु, जिनकी मौजूदा रैंक 15 है, के लिए आगे की राह आसान नहीं है। राउंड ऑफ 16 में उनका सामना चीन की दूसरी वरीयता प्राप्त वांग झी यी से हो सकता है। इस साल सिंधु का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इंडिया ओपन में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचना रहा है।

भारत की पदक उम्मीद सात्विक-चिराग की जोड़ी पर नज़रें

इस साल पेरिस 2025 में पोडियम पर पहुंचने की भारत की सबसे बड़ी उम्मीद सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी पर होगी। पुरुष डबल्स में 9वीं वरीयता प्राप्त इस जोड़ी को पहले दौर में बाई मिली है। दूसरे दौर में उनका सामना या तो हमवतन हरिहरन अमसाकरुनन और रूबेन कुमार की जोड़ी से होगा या चीनी ताइपे के लियू कुआंग हेंग और यांग पो हान से।

लेकिन उनकी आगे की राह में दो बड़ी बाधाएं हैं। राउंड ऑफ 16 में उनका संभावित मुकाबला चीन के लियांग वेई केंग और वांग चांग से है, जिनका भारतीय जोड़ी के खिलाफ 6-2 का शानदार रिकॉर्ड है। और अगर वे इस चीनी जोड़ी को पार कर लेते हैं, तो क्वार्टर फाइनल में उनका सामना अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी मलेशिया के आरोन चिया और सोह वूई यिक से हो सकता है। इस मलेशियाई जोड़ी ने सात्विक-चिराग को 14 में से 11 बार हराया है, जिसमें पिछले साल इसी वेन्यू पर हुए पेरिस ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल की हार भी शामिल है।