सफलता के साथ आती है आलोचना: क्रिश्चियन हॉर्नर
फॉर्मूला 1 में रेड बुल टीम के प्रमुख क्रिश्चियन हॉर्नर को लेकर paddock में राय बंटी हुई है। वे खुद मानते हैं कि उन्हें हर कोई पसंद नहीं करता – लेकिन वे इसकी परवाह नहीं करते। PlanetF1 से बातचीत में हॉर्नर ने कहा, “आप सभी को खुश नहीं कर सकते। मीडिया में बहुत कुछ बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है, लेकिन मैं हमेशा वही इंसान रहा हूँ।”
हॉर्नर का मानना है कि वे अपने उसूलों से समझौता नहीं करते। “मैं 100 फीसदी देता हूँ और अपनी टीम से भी वही उम्मीद करता हूँ। यही रवैया अक्सर प्रतिद्वंद्वियों को खटकता है,” उन्होंने कहा।
उनके अनुसार, “F1 में सबसे आसान तरीका है नापसंद किए जाने का – जीतना। और हमने हाल के वर्षों में काफी जीत हासिल की है।”
ब्राउन और वोल्फ से टकराव
हालांकि हॉर्नर की टीम रेड बुल ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, पर यह भी सच है कि वे अक्सर अन्य टीमों से टकराव में रहते हैं।
मैकलेरन के ज़ैक ब्राउन उन पर इसलिए नाराज़ हैं क्योंकि हॉर्नर ने उनकी कार को “अवैध” बताकर आलोचना की, जबकि FIA ने कोई उल्लंघन नहीं पाया। ब्राउन ने यहां तक कह दिया कि अगर हॉर्नर को आपत्ति है तो वे आधिकारिक शिकायत दर्ज कराएं – लेकिन हॉर्नर ने ऐसा नहीं किया।
इसके अलावा, कनाडा ग्रां प्री में हॉर्नर ने मर्सिडीज के ड्राइवर जॉर्ज रसेल की जीत के खिलाफ एक विरोध दर्ज कराया, जिसे उनके अपने ड्राइवर मैक्स वर्स्टैपेन ने भी समर्थन नहीं दिया। मर्सिडीज बॉस टोटो वोल्फ ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और हॉर्नर की हरकत को ‘बेकार और बचकाना’ कहा।
दूसरी ओर, नई पीढ़ी की प्रेरणा: किमी एंटोनेली
जहां हॉर्नर अपने अनुभव और सफलता के साथ विवादों में रहते हैं, वहीं मर्सिडीज के युवा ड्राइवर एंड्रिया किमी एंटोनेली ने एक अलग ही मिसाल पेश की है – रेसिंग के साथ-साथ पढ़ाई में संतुलन बनाकर।
18 वर्षीय एंटोनेली ने हाल ही में हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। कनाडा ग्रां प्री के बाद जब ज़्यादातर ड्राइवर न्यूयॉर्क में F1 फिल्म के प्रीमियर में शामिल हो रहे थे, एंटोनेली सीधे अपने गृहनगर लौटे ताकि वे परीक्षा दे सकें।
रेसिंग के साथ शिक्षा को प्राथमिकता
परीक्षा के बाद मीडिया से बातचीत में एंटोनेली ने कहा, “परीक्षा अच्छी रही लेकिन आसान नहीं थी। मैंने पूरी मेहनत की, अब परिणाम का इंतजार है।”
उन्होंने पहले भी बताया था कि वे स्कूल नहीं जा पाते, लेकिन खाली समय में पढ़ाई करते हैं। “मैं कोशिश करता हूँ कि जितना हो सके पढ़ाई करूं। स्कूल भी मेरी मदद कर रहा है ताकि मैं पिछला काम पकड़ सकूं। लेकिन यह आसान नहीं होता – यह भी ऊर्जा और फोकस मांगता है,” उन्होंने कहा।
शिक्षकों और सहपाठियों से समर्थन
बोलोन्या के पास स्थित Salvemini तकनीकी संस्थान की कोऑर्डिनेटर अलेस्सांद्रा रेजिना ने ANSA एजेंसी को बताया, “किमी ने हमेशा पढ़ाई को गंभीरता से लिया, चाहे जितने भी खेल से जुड़े दायित्व हों। हमें गर्व है कि वह अपनी कक्षा के साथ परीक्षा दे रहे हैं।”
रेजिना ने यह भी कहा कि जब एंटोनेली रेस के लिए विदेश जाते थे, तब भी वे उन्हें कॉल या मैसेज करके सवाल पूछते थे और कभी-कभी सीधे एयरपोर्ट से क्लास में आ जाते थे।
निष्कर्ष
एक ओर क्रिश्चियन हॉर्नर जैसे अनुभवी लोग हैं, जो विवादों के बीच लगातार अपनी टीम को ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर किमी एंटोनेली जैसे युवा हैं, जो F1 में अपनी जगह बनाने के साथ-साथ शिक्षा को भी उतनी ही अहमियत दे रहे हैं। फॉर्मूला 1 की दुनिया न सिर्फ रफ्तार की कहानियों से बनी है, बल्कि मेहनत, आलोचना और संतुलन की भी मिसाल पेश करती है।