लोहिया संस्थान में एक्सपायर दवा की जांच पड़ी सुस्त

May 25 2022

लोहिया संस्थान में एक्सपायर दवा की जांच पड़ी सुस्त

लखनऊ। डॉ.राममनोहर लोहिया संस्थान में हुई करीब 50 लाख रुपयों की एक्सपायर दवाओं की जांच के मामले में अधिकारियों का रवैया सुस्त पड़ा है। ठीक तरह रख रखाव के अभाव में लाखों रुपये की जीवनरक्षक दवाएं और सर्जिकल सामान बेकार हो गया। लेकिन जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक संस्थान में फार्मासिस्ट वर्षों से एक ही कुर्सी पर जमे हुए हैं। पटल परिवर्तन के लिए अधिकारियों ने कई बार आदेश भी किए। इसके बावजूद आदेशों पर अमल नहीं हुआ। नतीजतन फार्मेसी में अव्यवस्था का आलम हैं। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मरीजों को दवा मिलने में अड़चन आ रही है।
लोहिया अस्पताल का संस्थान में विलय हो चुका है। इसके चलते मरीजों की संख्या मे लगातार बढ़ रही है। मरीजों को दवा उपलब्ध कराने के लिए हास्पिटल ब्लाक मे एचआरएफ के काउंटर खोले गए। संस्थान मे कार्यरत फार्मासिस्ट बीते करीब सात साल से एक ही स्थान पर हैं। संस्थान में दवाओं के वितरण से लेकर रख-रखाव तक में लापरवाही बरती जा रही है। दवाओं की मियाद पूरी होने की जानकारी तक जिम्मेदार नहीं रखते। इससे लाखों रुपयों का नुक़सान उठाना पड़। अगर समय से पहले दवाओं का इस्तेमाल किया जाता। यह नुकसान नही होता।