सरकारी अस्पतालों में मरीजों की बढ़ोत्तरी से बेड फुल

May 24 2022

सरकारी अस्पतालों में मरीजों की बढ़ोत्तरी से बेड फुल

लखनऊ। राजधानी के सरकारी अस्पतालों के इमरजेंसी-ओपीडी में मरीजों की बढ़ोतरी होने लगी है। ओपीडी में करीब 20 फीसदी से अधिक मरीजों संख्या बढ़ गई है।
उधर भर्ती मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ने से अस्पतालों के 80-90 फीसदी बेड फुल हों गए हैं। इस स्थिति में गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। नार्मल मरीजों को प्राथमिक इलाज के बाद घर भेजा जा रहा है। अस्पताल प्रभारियों का कहना है कि बुखार-उल्टी दस्त आदि दूसरी बीमारी के मरीज तेजी से बढ़ रहें हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बलरामपुर अस्पताल में 800 से अधिक बेड की क्षमता वाला अस्पताल है। अस्पताल की इमरजेंसी में बेड बढ़ाकर 100 कर दिए गए हैं। इसके बाद हर तीन घंटे बाद इमरजेंसी को खाली कराना पड़ रहा है। बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया अस्पताल में 90 प्रतिशत बेड फुल हैं। मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ी हैं। मौसमी बीमारी के मरीजों की तादाद बढ़ी है। उन्होंने बताया ओपीडी में करीब बीस प्रतिशत मरीज बढ़े हैं। सिविल अस्पताल में 400 बेड की क्षमता है। यहां पर 280 बेड पर मरीज भर्ती हैं। जनरल सर्जरी, बर्न यूनिट, आर्थोपैडिक विभागों में बेड खाली हैं। मेडिसिन विभाग के अमूमन बेड भरे हुए हैं। सीएमएस डॉ. आरपी सिंह के मुताबिक, ओपीडी में पहले हर रोज 1200-1300 नए पर्चे बनते थे। बीते कुछ दिनों में यह आंकड़ बढ़कर करीब 1600 से अधिक हो गया है। वहीं लोकबंधु अस्पताल को अभी 300 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाकर तैयार किया जा रहा है। अस्पताल में अभी करीब 225 बेड पर मरीजों की भर्ती हो रहे हैं। मौजूदा समय में अस्पताल में 200 मरीज भर्ती हैं। जिनका इलाज चल रहा है।