लोहिया संस्थान ने जारी किया तुगलकी फरमान, मीडियाकर्मियों की बिना अनुमति से प्रवेश बंद
लखनऊ। लोहिया संस्थान ने एक तुगलकी फरमान जारी किया है।अब मीडिया कर्मियों को संस्थान में प्रवेश करने से पहले अधिकारियों से अनुमति लेने पर ही कबरेज कर सकते हैं। यह तुगलकी फरमान चिकित्सा अधीक्षक के द्वारा जारी किया गया है। बता दें,कि इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर की निजी अस्पताल के दलालों के साथ सेटिंग का खुलासा होने बाद संस्थान की काफी फजीहत हुई है। दलालों के साथ डाक्टर की फोटो व वाडशप पर दलाल की चैटिंग वायरल होने से भी काफी फजीहत हुई है। मामले की लीपापोती करने के लिए एक डॉक्टर का निलंबन करके वाहवाही नहीं लूटी जा सकती है।अब संस्थान अपनी साख बचाने के लिए मीडिया कर्मियों की इंट्री बैन कर दी है। कोई भी मीडियाकर्मी संस्थान में कवरेज करता मिला तब उसे सिक्योरिटी जरिए सख्ती से निपटने के आदेश चिकित्सा अधीक्षक ने दिए हैं। इस मसले को लेकर संस्थान चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह के नंबर पर कॉल की गई,तो उनका फोन नहीं उठा।
लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में पूर्व में तैनात रहे एक रेजीडेंट डॉक्टर के बगल में निजी अस्पताल के दलाल की फोटो वॉयरल हुई थी। इस मामले में भी संस्थान की खूब किरकिरी हुई थी। संस्थान प्रशासन को कई अस्पतालों के खिलाफ मरीजों को शिफ्ट कराने के साक्ष्य भी मुहैया कराए गए थे,मगर संस्थान पुलिस को पत्र भेजकर मामले को ठंडा कर दिया था। पुलिस जरिए भी उन निजी अस्पताल के दलालों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब नया मामला आने के बाद कई डॉक्टरों की गर्दन फंसता देख यह नया फरमान जारी किया है। संस्थान प्रशासन ने ऐसा फरमान जारी करके खुद को कठघरे में खड़ा कर लिया है। इस तुगलकी फरमान से लगता है कि दलालों की पहुंच ऊपर तक है।