वास्तु के इन उपायों से दूर कर सकते हैं नकारात्मकता, मिलेगा सुकून

May 02 2022

वास्तु के इन उपायों से दूर कर सकते हैं नकारात्मकता, मिलेगा सुकून

इंसान, पशु-पक्षी, जानवर सभी के बारे में एक चीज कॉमन है और वह है उसका अपना घर, जहाँ उसे सुकून मिलता है। दिनभर की कड़ी मेहनत के बाद हर व्यक्ति अपने घर पहुँचने की जल्दी में होता है। लेकिन कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जिनको इस बात का अहसास होता है कि उन्हें अपने घर पहुँचने पर भी सुकून के दो पल नसीब नहीं होंगे। उनका ऐसा लगता है जैसे उनके घर में नकारात्मक लहरें फैल रही हैं जिसके चलते सुकून कहीं खो गया है। ये नकारात्मकता आपके सभी काम बिगाड़ती है। ऐसे में यदि आप सुकून पाना चाहते हैं तो आपको वास्तु शास्त्र की मदद लेनी चाहिए। वास्तु शास्त्र में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जिनसे आप बुरी नजर के दुष्प्रभाव से बचने में सफल हो सकते हैं।
आज हम अपने पाठकों को कुछ ऐसे ही वास्तु शास्त्र के उपाय बताने जा रहे हैं जो घर में फैली नकारात्मकता को दूर करने में सफल होते हैं।

शुभता का प्रतीक बांस का पौधा
शुभता का प्रतीक बांस का पौधा सबसे लोकप्रिय पौधों में से एक है जो घर में सौभाग्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए जाना जाता है। इस कारण से, यह भारत में सबसे लोकप्रिय इनडोर प्लांट है। यह न केवल एक वास्तु पौधा है बल्कि एक फेंगशुई पौधा भी है। वास्तु के अनुसार, यह घर में सौभाग्य लाता है और निवासियों को बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है। वैसे तो बांस के इस पौधे को आप अपने घर में कहीं भी रख सकते हैं लेकिन इसे अलग-अलग कोनों में रखने से अलग-अलग फायदे होते हैं। यदि आप अपने घर के पूर्वी कोने में बांस का पौधा लागते हैं तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेगा। यदि आप इसे दक्षिण-पूर्व में रखते हैं तो यह वित्तीय स्थिरता और परिवार में समृद्धि लाने में मदद करेगा।

अगरबत्ती जलाना
हमारे वातावरण में नकारात्मक ऊर्जाओं को शुद्ध करने और सकारात्मक ऊर्जाओं को आकर्षित करने का एक और तरीका है धूप जलाना। माना जाता है कि सफेद धुएं से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य लाभ होते हैं। सुगंध एक आध्यात्मिक और ध्यानस्थ स्थिति को प्राप्त करने में भी मदद करती है। अगरबत्ती की सुगंध ऊर्जा को बढ़ाती है और चारों ओर शांति की भावना फैलाती है।

नकारात्मकता को काटती है सफेद मोमबत्तियाँ
अपने घर में सफेद मोमबत्तियां जलाएं, यह घर के माहौल खुशनुमा माहौल बनाता है। मोमबत्तियां लगाने से घर में ऊर्जा का संतुलन बना रहता है। वे नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर उसे सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार मोमबत्ती से निकलने वाली ऊर्जा नकारात्मक ऊर्जा को काटती है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा अपने आप बढ़ जाती है। लेकिन मोमबत्ती लगाने के लिए जगह का चुनाव करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। घर की पूर्व, उत्तर-पूर्व और दक्षिण दिशा में मोमबत्ती जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।

बुरी ऊर्जा को दूर करते हैं ताजे फूल
हम अक्सर घर में रखे फूलदान में ताजे फूल लगाते हैं, लेकिन दो तीन दिन बाद फूल सूखने लगते हैं। ऐसे में आपको उन सूखे फूलों को तुरंत हटा देना चाहिए। घर हो या ऑफिस, कभी भी सूखे फूल नहीं रखने चाहिए क्योंकि ये नकारात्मकता फैलाते हैं। अच्छी ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने के लिए उनके स्थान पर ताजे फूल लगाएं। ऐसा माना जाता है कि चारों ओर ताजे फूल रखने से वे अपने आस-पास के लोगों को सकारात्मक ऊर्जा देते हैं। अगर कोई सूखा फूल हो तो नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव उन लोगों पर पडऩे लगता है जो उनके करीब होते हैं।

बुरी शक्तियों का प्रवेश रोकता है पानी का फव्वारा
पानी बुरी ऊर्जाओं को सोख लेता है, और वे बहते पानी से बह जाते हैं। जब आप पर्यावरण को शुद्ध करते हुए शांति चाहते हैं, तो सबसे अच्छा विकल्प अपने घर में एक फव्वारा लगाएं, हो सके तो अपने घर के मुख्य द्वार के पास फव्वारा लगाएं। यह प्रवेश द्वार पर नकारात्मक ऊर्जा को रोकने में मदद करेगा और इसे आपके घर में प्रवेश करने से रोकेगा। फव्वारे को सही दिशा में लगाना महत्वपूर्ण है ताकि यह मुख्य द्वार पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कर सके। फाउन्टेन में पानी का प्रवाह निरंतर होना चाहिए।

नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है नमक
ऐसा माना जाता है कि कमरे के कोनों और कालीनों में नमक छिडक़ने से भी घर में से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। दो घंटे बाद इसे साफ कर लें। माना जाता है कि नमक के क्रिस्टल में नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने की प्राकृतिक क्षमता होती है। इसके अलावा, प्रवेश द्वार के पास कुछ समुद्री नमक रखकर और इसे कपड़े या डोरमैट से ढकने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है।

आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।