कम उम्र में बच्चा पैदा करने पर जच्चा-बच्चा का शरीर कमजोर हो जाता है : डॉ.सुजाता देव

Mar 11 2022

कम उम्र में बच्चा पैदा करने पर जच्चा-बच्चा का शरीर कमजोर हो जाता है : डॉ.सुजाता देव

लखनऊ। केजीएमयू के कलाम सेंटर में गुरुवार को महिला का जागरूकता दिवस पर क्वीनमेरी की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) की डॉ. सुजाता देव ने कहा,कि कम उम्र में मां बनना अथवा ज्यादा बच्चे पैदा करने पर महिलाओं का जोखिम भरा स्वास्थ्य हो जाता है। बार-बार गर्भधारण करने से महिलाएं शारीरिक रूप से कमजोर हो जाती हैं। लड़कियां सक्षम बन जाने के बाद खुद अपना निर्णय ले सकती है। इस कार्यक्रम में तनिमा वर्मा, सरिता दुबे, प्रियंका, मोनिका लवीना, दिपाली मिश्रा, ऋतिका, वैष्णवी, सुषमा मौजूद रहीं।
डॉ. सुजाता देव ने कहा कि शिक्षा सीधे तौर पर महिला एवं शिशु के स्वास्थ्य पर असर डालती हैं। शिक्षित महिलाएं प्रसव पूर्व जांच को खास अहमियत देती हैं। जो महिलाएं स्कूल नहीं जाती हैं,उनका प्रजनन दर करीब तीन फीसदी है।12 वर्ष या उससे अधिक उम्र तक शिक्षा ग्रहण की उनकी प्रजनन दर दो फीसदी है।
डॉ. सुजाता का कहना है,कि शिक्षित लड़कियां अपने बेहतर स्वास्थ्य व परिवार नियोजन के फैसले आसानी से ले सकती हैं। इसके साथ ही वह अपने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के प्रति सतर्क रहेंगी। कोई समस्या आने पर वह अपनी बात उचित समय पर रख सकेंगी।
इस दौरान केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने कहा कि लड़किंयां सेहत का खास ध्यान रखें। गर्भधारण के बाद पौष्टिक आहार लें और डॉक्टर की सलाह पर भोजन करें। नियमित फलों का सेवन करके खून की कमी न होने दें।