यूक्रेन के परमाणु प्लांट में लगी आग, राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने यूरोप को आगाह किया

Mar 04 2022

यूक्रेन के परमाणु प्लांट में लगी आग, राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने यूरोप को आगाह किया

कीव। यूक्रेन में शुक्रवार को यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र जेपोरजिया के पास में आग लगने की खबर सामने आई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने यूरोपियन देशों से कहा कि ये जागने का सही समय है और रूस के खिलाफ कड़े एक्शन लेने चाहिए। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा की, जिसमें उन्होंने कहा कि "यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास आग लगी हुई है। इसके लिए जिम्मेदार रूस ने थर्मल इमेजिंग से लैस टैंक की मदद से छह रियेक्टर के पास गोलीबारी की है।"

उन्होंने वैश्विक आपदा चेरनोबिल 1986 के बारे में याद दिलाते हुए कहा कि जेपोरजिया में अगर कोई हादसा हुआ ह,ै तो इसके नतीजे और बुरे होंगे।

उन्होंने आगे कहा कि "प्लीज, यूरोप अब जाग जायें। अपने राजनेताओं को बताएं कि रूस की सेना यूक्रेन में परमाणु संयंत्र पर गोलीबारी कर रही है।"

जेलेंस्की ने आगे कहा कि वह अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, जर्मनी और पोलैंड के नेताओं के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के संपर्क में हैं, साथ ही उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की है कि आप सभी अपने नेताओं को जगाएं।

रूस के कारण यह दुनिया परमाणु राख से ढक जाएगी। अब यह केवल एक चेतावनी नहीं है, यह वास्तविक है।

इससे पहले शुक्रवार को यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने चेतावनी दी थी कि अगर आग की वजह से परमाणु संयंत्र में विस्फोट हो गया तो यह तबाही चेरनोबिल आपदा से 10 गुना बड़ी होगी।

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने यूक्रेन के अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि आग के मद्देनजर संयंत्र स्थल पर विकिरण के स्तर में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

आईएईए ने यह भी कहा कि आग से जरूरी उपकरण प्रभावित नहीं हुए हैं और परमाणु ऊर्जा विमान में कर्मी शमन करने वाली कार्रवाई कर रहे हैं।

वैश्विक परमाणु संगठन ने आगे कहा कि वह यूक्रेन और अन्य के साथ परामर्श कर रहा है ताकि देश को अधिकतम संभव सहायता प्रदान की जा सके क्योंकि यह मौजूदा कठिन परिस्थितियों में परमाणु सुरक्षा को बनाए रखना चाहता है।

लेकिन संयंत्र में गंभीर स्थिति के मद्देनजर, आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्यामगल और देश के परमाणु नियामक और ऑपरेटर को गंभीर खतरे की चेतावनी दी है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन में वर्तमान में चार सक्रिय परमाणु संयंत्र हैं, जिनमें जेपोरजिया भी शामिल है, जो कथित तौर पर देश की बिजली का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा है।

यह चेरनोबिल जैसी साइटों पर परमाणु कचरे से भी निपटता है, जो अब रूसी नियंत्रण में है।

ये ताजा घटनाक्रम यूक्रेन पर रूस के लगातार सैन्य हमले के नौवें दिन हुआ है।

--आईएएनएस