रूस-यूक्रेन तनाव के बीच भारत का बड़ा फैसला, एयर बबल सिस्टम बहाल
रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के युद्ध के मुहाने पर पहुंच जाने से रोकी गई भारत-यूक्रेन विमान सेवाएं फिर से शुरू हो रही हैं. इसके बाद पूर्वी यूरोपीय देश से भारतीय नागरिक अपने देश आ सकेंगे. नागरिक विमानन मंत्रालय ने एयर बबल व्यवस्था के तहत भारत-यूक्रेन के बाद विमान सेवाओं और सीटों की संख्या को लेकर लगाई गई पाबंदियों को हटा लिया है. इसके बाद अब चार्टर फ्लाइट्स समेत बड़ी संख्या में उड़ान सामान्य तरीके से संचालित हो सकेगी. यूक्रेन के बदलते हालात को देखते हुए भारत सरकार ने यूक्रेन के साथ चल रहे एयर बबल सिस्टम को बहाल किया.
MoCA has removed restriction on number of flights & seats b/w India-Ukraine in Air Bubble arrangement. Any number of flights and Charter flights can operate. Indian airlines informed to mount flights due to increase in demand. MoCA facilitating in coordination with MEA: MoCA pic.twitter.com/kzVEIOLj9p
— ANI (@ANI) February 17, 2022
जानकारी के मुताबिक लोगों की डिमांड को देखते हुए मंत्रालय ने फ्लाइट ऑपरेशन को नार्मल करने को लेकर आदेश जारी कर दिया है. एयरलाइंस कंपनियों को इससे संबंधित तमाम जरूरी निर्देश दिए गए हैं. यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध स्थिति बनने के बाद भारत सरकार ने यहां से उड़ानों को लेकर पाबंदी लगा दी थी. विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर सिविल एविएशन मंत्रालय इस मामले की पूरी निगरानी कर रहा है.
यूक्रेन से अस्थायी तौर पर लौटेंगे भारतीय नागरिक
केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है कि रूस के साथ बढ़ते तनाव के कारण यूक्रेन में मौजूदा हालात के बीच भारत ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से अस्थायी रूप से लौटने की सलाह दी है. अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि नागरिक विमानन मंत्रालय ने ‘एयर बबल’ प्रबंध के तहत भारत और यूक्रेन के बीच उड़ानों और सीट की संख्या से प्रतिबंध हटा दिया है. दोनों देशों के बीच चार्टर्ड उड़ानों समेत कितनी भी संख्या में उड़ानें संचालित की जा सकती हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय विमानन कंपनियों से बढ़ती मांग के मद्देनजर यूक्रेन जाने वाली उड़ानों का प्रबंध करने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि मंत्रालय, विमान सेवा के संबंध में विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर रहा है.
भारतीय दूतावास ने कीव में दिलाया था भरोसा
इससे पहले कीव में भारतीय दूतावास ने बुधवार को कहा था कि अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए निकट भविष्य में और उड़ानों का प्रबंध करने की योजना बनाई जा रही है. उसने एक बयान में कहा था कि उसे यूक्रेन से भारत के लिये उड़ान उपलब्ध नहीं होने के बारे में कई फोन कॉल मिल रहे हैं, लेकिन छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इससे परेशान नहीं हों और भारत यात्रा के लिये जल्द उपलब्ध उड़ान में बुकिंग कराएं. बयान में बताया गया था कि अभी यूक्रेन से यूक्रेनेनियन इंटरनेशनल एयरलाइन, एयर अरेबिया, फ्लाई दुबई और कतर एयरवेज की उड़ानें चल रही हैं. अतिरिक्त मांगों को पूरा करने के लिए भविष्य में और उड़ानों की योजना बनाई जा रही है.
क्या है एयर बबल समझौता
दो देशों के बीच 'एयर बबल' समझौते के तहत उन देशों की विमानन कंपनियां निश्चित शर्तों का पालन करके एक-दूसरे के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान संचालित कर सकती हैं. कोरोना काल में इसकी शुरुआत की गई थी. इस समय भारत के 35 देशों के साथ ‘एयर बबल' समझौते हैं. इस समझौते के तहत दो देशों के बीच उड़ानों और सीट की संख्या पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है. दोनों देशों के बीच चार्टर्ड उड़ानों समेत बाकी उड़ानों की संख्या भी तय की जा सकती हैं.