नौकरी छोड़ राजनीति करने की तैयारी में असीम अरूण और राजेश्वर सिंह

Jan 09 2022

नौकरी छोड़ राजनीति करने की तैयारी में असीम अरूण और राजेश्वर सिंह
असीम अरुण ने किया वीआरएस के लिए आवेदन, राजेश्वर सिंह का स्वीकार

india emotions, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। चुनावी मैदान में हर दल जीताऊ उम्मीदवारों को टिकट देकर तमाम सीटों पर जीत के दावे ठोक रहे हैं। इस बीच कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने जहां वीआरएस (एच्छिक सेवा निवृत्ति) के लिए आवेदन किया है वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ जोन के डायरेक्टर पीपीएस अधिकारी राजेश्वर सिंह का वीआरएस स्वीकार कर लिया गया है। दोनों ही अधिकारी बीजेपी के बैनर तले विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं। राजेश्वर सिंह भाजपा ज्वाइन कर गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से चुनाव लड़ सकते हैं जबकि असीम अरुण को स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है।

असीम अरुण ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि मैंने एच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए आवेदन किया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं। मैं बहुत गौरवांवित अनुभव कर रहा हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा की सदस्यता के योग्य समझा। मालूम हो कि प्रतिनियुक्ति पर ईडी में तैनाती के दौरान 2-जी के साथ ही साथ कॉमनवेल्थ खेल घोटाले की जांच में बेहद सक्रिय रहे राजेश्वर सिंह ने 12 वर्ष की नौकरी बाकी रहने के बाद भी वीआरएस का फैसला लिया है। माना जा रहा है कि खाकी के बाद वह खादी धारण करने की तैयारी में हैं। वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

राजेश्वर सिंह मूलत: सुल्तानपुर के रहने वाले हैं। माना जा रहा है कि यह वीआरएस स्वीकार होने के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश के विधानसभा का चुनाव भी लडऩे को वह तैयार हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट के नाम से पहचान रखने वाले अफसर राजेश्वर सिंह वर्ष 2009 में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर प्रवर्तन निदेशालय में चले गए थे।