अकबर इलाहाबादी का नाम बदलने पर दिए गए जांच के आदेश

Dec 29 2021

अकबर इलाहाबादी का नाम बदलने पर दिए गए जांच के आदेश

लखनऊ। यूपी में प्रसिद्ध कवि अकबर इलाहाबादी का नाम बदलने पर बवाल शुरु हो गया है । तीन साल पहले योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने के बाद प्रसिद्ध कवि अकबर इलाहाबादी का उल्लेख 'अकबर प्रयागजी' के रूप में किया गया है। इस मामले में जांच के आदेश दिए गए है। उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) की वेबसाइट पर मंगलवार को कवि का नाम अकबर प्रयागराजी रखा गया।

इस मुद्दे पर हंगामा होने के बाद यूपीएचईसीएस के उप सचिव शिव जी मालवीय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वेबसाइट हैक कर ली गई है और महान कवि अकबर 'इलाहाबादी' का नाम बदलकर अकबर 'प्रयागराजी' करना भ्रामक है।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आयोग ने अपनी वेबसाइट पर ऐसा कोई नाम दर्ज नहीं किया है। इसे ठीक किया जा रहा है।

यूपीएचईएससी की विज्ञप्ति में आगे कहा गया है, साइबर सेल से जांच की मांग की जा रही है और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अकबर इलाहाबादी, संयोग से, अखबारों पर अपनी पंक्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं, जो कहते हैं - "खिंचो न कमनों को, न तलवार निकलो, जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकलो"।

वेबसाइट पर कुछ अन्य कवियों के नाम भी बदल दिए गए हैं।

राशिद इलाहाबादी और तेग इलाहाबादी का उल्लेख "तेग प्रयागराजी" और "रशीद प्रयागजी" के रूप में किया गया है।

इस बीच आयोग की हिंदी वेबसाइट को बहाल कर दिया गया है और अंग्रेजी पोर्टल को बहाल करने का काम जारी है।

घटना की शिकायत पुलिस साइबर सेल में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए की गई है।

यूपीएचईएससी, राज्य सरकार के तहत एक स्वायत्त निकाय, राज्य के 331 सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों में प्रिंसिपल और सहायक शिक्षकों की नियुक्ति करती है। (आईएएनएस)