कायस्थ समाज के युवाओं की अब आर्थिक-सामाजिक विकास के साथ राजनैतिक भागीदारी भी सुनिश्चित हो: सुबोध कांत सहाय

Dec 04 2021

कायस्थ समाज के युवाओं की अब आर्थिक-सामाजिक विकास के साथ राजनैतिक भागीदारी भी सुनिश्चित हो: सुबोध कांत सहाय
कायस्थ हुंकार रैली में राजनैतिक चेतना को लेकर कड़ा फैसला

india emotions, lucknow. कायस्थ समाज के राजनैतिक चेतना, सामाजिक उत्थान को लेकर लखनऊ गोमती तट पर आज चित्रांश समाज ने कायस्थ हुंकार रैली के माध्यम से कायस्थों जागृत किया। कायस्थ समाज के प्रमुख नेताओं ने रैली के माध्यम से सभी राजनीतिक दलों को आगाह कर दिया कि वर्तमान की कायस्थ पीढ़ी सामाजिक, आर्थिक, सहयोग के साथ साथ अब देश प्रदेश की सत्ता में भी अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करना चाहती है। इसके साथ ही अखिल भारतीय कायस्थ महासभा सहित समस्त नामधारी कायस्थ संगठनों ने आज यहां लखनऊ में अपनी चट्टानी एकता एकजुटता का परिचय देंने के साथ ही अपनीसांगठनिक ताक़त व संख्या भी दिखा कर दिया।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा अब वह समय आ गया है की कायस्थों को किसी भी राजनीतिक दल को अपना मत समर्थन देने से पहले यह सौ बार सोचना होगा कि विगत वर्षों में कायस्थ समाज के लिए या कायस्थ परिवार के सदस्य के राजनैतिक सम्मान देने में अमुख राजनीतिक दल ने क्या भूमिका निभाई है? आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में राजनीतिक संभावना तलाश रहेकायस्थ समाज के नेताओं को जो भी दल टिकट दे, उसके सम्मान और समर्थन में सभी कायस्थ बन्धु एकजुट हो जाए और उसको ही अपना मत, समर्थन व आशीर्वाद दें।

कायस्थ महासभा के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद आर.के. सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान चित्रगुप्त के वंशजों के लिए अभी का समय पूरी तरह निर्णायक है क्योंकि पिछले 2 दशकों से राजनीतिक तथा रोजगार के क्षेत्र में हमारे हितों को लगातार नजरअंदाज किया गया है।ऐसी स्थिति में हमें एक बार पुनः अपने गौरवशाली अतीत के अनुरूप आज कायस्थों को अपनी अपनी रूचि के अनुसार प्रत्येक क्षेत्र में शिखर पर काबिज होने के लिए पुरजोर कोशिश करना चाहिए।

कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री विश्वमोहन कुलश्रेष्ठ ने अपने उद्बोधन में कहा कि विश्व और देश के समक्ष कायस्थों द्वारा दिया गया शानदार ऐतिहासिक नेतृत्व किसी से छुपा नहीं है। देश एवं विदेश में फैले भारी संख्या में कायस्थों को एकजुट कर सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक क्षेत्र में एक बार फिर शिखर पर पहुँचाने की जोरदार मेहनत और संघर्ष करना ही होगा।

कायस्थ महासभा की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष मा.मेघना श्रीवास्तव ने कहा कायस्थ समाज के पुरोधाओं ने देश के सामाजिक, राजनैतिक उत्थान के साथ, आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका अदा की है, लेकिन आज कायस्थ समाज हाशिये पर चल गया है जिसे संगठित करते हुए और अधिक मजबूत करने की जरूरत है।

महासभा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष इंद्रसेन श्रीवास्तव ने कहा कि विश्व गुरू स्वामी विवेकानंद, स्वतंत्रता आन्दोलन के नायक सुभाष चन्द्र बोस या फिर देश में संपूर्ण क्रान्ति के अगुआ रहे जयप्रकाश नारायण, राजेन्द्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री। इन महान विभूतियों ने विश्व एवं देश का सिर्फ ही नेतृत्व किया बल्कि वर्तमान पीढ़ी के कायस्थों के भविष्य के लिए एक मजबूत मार्गदर्शन का गौरवशाली इतिहास गढ़ा है। आज हमे अपने महापुरुषों के आदर्श को भूलना नही चाहिये, उनके बताए मार्ग पर चलकर ही जीवन की सफलता को प्राप्त किया जा सकता है।

कायस्थ महासभा के उपाध्यक्ष विकास श्रीवास्तव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कायस्थ राजाओ, साम्राज्योँ और उनके साहसिक शासनकाल का भी अविष्मरणीय योगदान रहा है। विश्व गुरु, भारतीय संस्कृति के ध्वजवाहक स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कायस्थ मात्र एक जाति नहीं बल्कि भारतीय भारतीय संस्कृति का सटीक एवं उत्कृष्ट दर्शन है। आज देश के विभिन्न राज्यों में फैले कायस्थ अपनी सामाजिक, शैक्षणिक व्यासायिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपनी वाजिब हिस्सेदारी के लिए तेजी से एकजुट होना पड़ेगा।

कायस्थ महासभा उपाध्यक्ष पूरे रैली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि लखनऊ मुख्यालय पर आयोजित ‘कायस्थ हुंकार रैली’ में अखिल भारतीय चित्रांश महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद बिहारी वर्मा, केपी ट्रस्ट के ट्रस्टी टी पी सिंह, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, महासभा के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश श्रीवास्तव ए के श्रीवास्तव, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. रमेश चंद्र श्रीवास्तव, राष्ट्रीय महासचिव अमित श्रीवास्तव, पूर्व विधायक सतीश निगम, कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष विनय प्रकाश श्रीवास्तव, सुबोध श्रीवास्तव, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सक्सेना उत्तराखंड के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, बिहार अध्यक्ष जे के दत्ता आदि प्रमुख नेताओं ने रैली में मुख्य रूप से बढ़चढ़ कर अपनी भूमिका दर्ज करायी। श्याम नारायण श्रीवास्तव अमित श्रीवास्तव ने संचालन का जिम्मा संभला।

इसके अलावा राजनीतिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष कुमार मंगलम, पवन श्रीवास्तव, संदीप श्रीवास्तव, गौरव सक्सेना, राजेश श्रीवास्तव, डॉ.अरविंद श्रीवास्तव, रीबू श्रीवास्तव, श्रीमती नीरज श्रीवास्तव, ऋतु खरे, डॉ नेह श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव हिंदवी पुष्पेंद्र श्रीवास्तव, अमित त्यागी, अजय कुमार श्रीवास्तव, मनोज सक्सेना, अर्जुन श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, विनोद श्रीवास्तव, हरिकृष्ण वर्मा, न्यूटन श्रीवास्तव, जयशवर्द्धन, मोनिका श्रीवास्तव, शिखा श्रीवास्तव रेखा श्रीवास्तव कल्पना खरे सहित प्रदेश भर की समस्त कायस्थ महासभा की जिला यूनिट अध्यक्षगण एव उनके पदाधिकारियों की उमड़ी तादाद से रैली में काफी उत्साह एवं जोश का वातावरण अयोजन स्थल पर देखने को मिला।