वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ फिर खोला मोर्चा, अब बेरोजगारी को लेकर उठाए ये सवाल

Dec 02 2021

वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ फिर खोला मोर्चा, अब बेरोजगारी को लेकर उठाए ये सवाल

पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र के लोकसभा सांसद ने पिछले महीने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) परीक्षा के पेपर लीक की रिपोर्ट के बाद उत्तर प्रदेश और केंद्र दोनों में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों की आलोचना तेज कर दी है। युवाओं के सामने आने वाली बाधाओं पर प्रकाश डालते हुए वरुण गांधी ने कहा कि रेलवे ग्रुप डी के लगभग 1.25 करोड़ आवेदक दो साल से परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं।\\

भाजपा सांसद ने ट्वीट किया, ''पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो। रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतज़ार में हैं। सेना में भर्ती का भी वही हाल है। आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?''

 

 

 

पिछले रविवार को होने वाली UPTET 2021 की परीक्षा कथित पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई थी। रद्द होने के बाद कानून व्यवस्था के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) प्रशांत कुमार ने कहा कि पेपर लीक मामले में कम से कम 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

राज्य सरकार के स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा जांच के आश्वासन के बीच वरुण गांधी ने "शिक्षा माफिया" और उनके "राजनीतिक संरक्षक" के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

वरुण गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ''UPTET परीक्षा पेपर लीक होना लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। इस दलदल की छोटी मछलियों पर कार्यवाही से काम नहीं चलेगा, उनके राजनैतिक संरक्षक शिक्षा माफियाओं पर कठोर कार्यवाही करे सरकार। क्योंकि अधिकांश शिक्षण संस्थानों के मालिक राजनैतिक रसूख दार हैं, इनपर कार्यवाही कब होगी?''