आर्यन खान ड्रग्स-केस का मुख्य गवाह किरण गोसावी लखनऊ आकर सरेंडर करने की फिराक में है कौन?

Oct 26 2021

आर्यन खान ड्रग्स-केस का मुख्य गवाह किरण गोसावी लखनऊ आकर सरेंडर करने की फिराक में है कौन?
आर्यन खान(file photo)

india emotions लखनऊ। आर्यन खान-क्रूज ड्रग्स मामले का एक मुख्य गवाह के बीती रात लखनऊ आकर आत्मसमर्पण करने की सूचना से पुलिस और मीडिया हलकान रही। देर रात तक मीडियाकर्मियों का जमावड़ा राजधानी के मडिय़ाव थाने पर जुटा रहा और थाने पुलिसकर्मी भी हैरान-परेशान दिखे। असल में सोमवार की शाम को सोशल मीडिया पर एक ऑडियो और वीडियो वायरल हुआ जिसमें किरण गोसावी नामक एक शख्स ने मुम्बई से लखनऊ आकर यहां मडिय़ाव थाने में आत्मसमर्पण करने की बात कही थी।

अब तलाश हुई कि आखिर यह किरण गोसावी है कौन और उसे पुलिस के सामने सरेंडर करने की आवश्यकता क्यों है? असल में एनसीबी को इस शख्स तलाश फिल्म स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ड्रग्स केस में बतौर मुख्य गवाह है। सोमवार को उसके लखनऊ में समर्पण करने की सूचना मिल रही है। इस मामले में मुख्य गवाह किरण गोसावी का नाम सबसे पहले सामने आया था। जब उसने शाहरूख खान के बेटे आर्यन के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की थी। उस समय लोगों को लगा था कि किरण एनसीबी का अधिकारी है, लेकिन बाद में एनसीबी के अधिकारियों ने साफ किया कि वह एक निजी जासूस व एक प्लेसमेंट एजेंसी का मालिक है। क्रूज मामले में 10 गवाहों में एक वह भी है।

राष्ट्रीय स्तर के इस मामले में किरण गोसावी के लखनऊ के मडयि़ांव थाने में समर्पण करने की सूचना सामने आई है। उसके समर्पण के बाद उम्मीद की जा रही है कि कई पहलुओं से पर्दा हटेगा। सूत्रों के मुताबिक एनसीबी मुंबई को मुख्यालय ने निर्देश दिया है कि मामले के गवाह किरण गोसावी को तलब किया जाए। जिससे जांच जल्द पूरी हो सके।

ऐसे में एनसीबी उसकी तलाश कर रही है, लेकिन अचानक किरण गोसावी ने लखनऊ कमिश्नरेट के मडिय़ांव थाने में समर्पण करने की तैयारी कर ली। किरण गोसावी पर युवकों को विदेश में नौकरी दिलाने को लेकर लाखों की ठगी करने के मामले में महाराष्ट्र की केलवा पुलिस ने केस दर्ज किया है। इस केस के बाद गोसावी के खिलाफ महाराष्ट्र में धोखाधड़ी एवं अन्य आरोप में दर्ज मामलों की संख्या चार हो गई।

बहरहाल, बीती रात उसके लखनऊ पहुंच कर सरेंडर करने की सूचना के बावत एसीपी अलीगंज अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि यह सिर्फ सूचना है, लेकिन उसके खिलाफ न तो मडिय़ांव थाने में कोई मुकदमा दर्ज है और न ही कोई लखनऊ के केस से जुड़ा वारंट जारी है। ऐसे में वह मडिय़ांव थाने में किस आधार पर समर्पण करेगा? यह समझ से परे है। हालांकि इस सूचना को लखनऊ कमिश्नरेट ने गंभीरता से लिया है। प्रभारी निरीक्षक मडिय़ांव मनोज सिंह को सतर्क कर दिया गया है। देर रात तक गोसावी सरेंडर करने नहीं पहुंचा था।