लखीमपुर मामले में सुप्रीमकोर्ट ने कहा, आखिरी मिनट में मिली रिपोर्ट को कैसे पढ़ेंगे

Oct 20 2021

लखीमपुर मामले में सुप्रीमकोर्ट ने कहा, आखिरी मिनट में मिली रिपोर्ट को कैसे पढ़ेंगे

india emotions, नई दिल्ली। लखीमपुर मामले में चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा, कि कल एक बजे रात तक रिपोर्ट आने का इंतजार किया गया। यूपी सरकार की तरफ से पेश वकील हरीश साल्वे ने कहा, कि हम बंद लिफाफे में रिपोर्ट सौंप चुके हैं। इस पर चीफ जस्टिस बोले जब एक मिनट पहले रिपोर्ट मिलेगी, तो उसे कैसे पढ़ेंगे। हमने कहा था कि 20 अक्टूबर को होने वाली सुनवाई के पहले जवाब दाखिल कर देना।

चीफ जस्टिस ने ये भी पूछा कि इस मामले में यूपी सरकार ने बाकी गवाहों के बयान क्यों नहीं लिए। कोर्ट ने कहा कि आपने 164 में से अभी तक 44 गवाहों से ही पूछताछ की है, ऐसा क्यों? कोर्ट ने पूछा है कि इस मामले में कितने आरोपी पुलिस हिरासत में और कितने न्यायिक हिरासत में हैं? क्योंकि जब तक पुलिस उनसे पूछताछ नहीं कर लेती, तब तक हमें इस मुद्दे पर ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाएगी। साथ ही कोर्ट ने नसीहत दी है कि ये एक अंतहीन कहानी नहीं होनी चाहिए। उनसे कहिए कि गवाहों के बयान दर्ज करवाए जाएं, इसके साथ ही गवाहों की सुरक्षा का मुद्दा भी अहम है।

बता दें लखीमपुर मामले की पिछली सुनवाई के दौरान भी सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार की जांच पर नाखुशी जताते हुए कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने उत्तर सरकार के वकील हरीश साल्वे से पूछा कि हत्या का मामला दर्ज होने के बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई? ऐसा करके आप क्या संदेश देना चाहते हैं?

उधर SIT को लखीमपुर हिंसा के दौरान फायरिंग होने के सबूत मिल गए हैं। अब बस ये साफ होना बाकी है कि गोली किस-किसकी बंदूक से चली? इसके लिए पुलिस बैलिस्टिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के आरोपी बेटे आशीष को छोड़ बाकी आरोपियों ने ये कबूल किया है कि वे उस वक्त मौके पर थे।

उन्होंने ये भी कहा है कि वे डिप्टी सीएम केशव मौर्य की अगवानी के लिए जा रहे थे। इस दौरान उन्हें भीड़ ने घेर लिया और भीड़ से बचने के लिए उन्होंने फायर किए। बताया जा रहा है,कि SIT को कुछ अहम साबूत मिल चुके हैं।