उत्तराखंड: बारिश की तबाही से 47 लोगों की मौत, गाड़ियां डूबी नेपाल में भी हाहाकार

Oct 20 2021

उत्तराखंड: बारिश की तबाही से 47 लोगों की मौत, गाड़ियां डूबी नेपाल में भी हाहाकार

india emotions, उत्तराखंड। भारी बारिश से आई बाढ़ ने काफी तबाही मच गई है।मंगलवार को बाढ़ और बारिश की वजह से हुए हादसों में 42 लोगों की मौत हो गई। ज्यादातर मौतें बादल फटने और भुस्खलन की वजह से हुई हैं। कई लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं। बारिश से अब तक राज्य में 47 लोग जान गंवा चुके हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रियों से अपील की है कि वे जहां हैं वहीं रहें। मौसम में सुधार होने से पहले अपनी यात्रा फिर से शुरू न करें।

कॉर्बेट नेशनल पार्क होटल में बारिश का पानी भर गया है और होटल के बाहर पार्किंग में खाड़ी गाड़ियां डूब गई हैं। उधर,अल्मोड़ा में लैंडस्लाइड से मकान गिरने के कारण 3 बच्चों की दबकर मौत हो गई। एक महिला के घायल होने और एक व्यक्ति के लापता होने की भी खबर है। जिले के कई इलाकों का बाकी हिस्सों से संपर्क पूरी तरह से कट चुका है।

मलबे के कारण जिले के कई रास्ते भी बंद हो गए हैं। मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपेरशन जारी है।NDRF के जवान बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को बचाने में लगे हुए हैं।
भारतीय वायुसेना के जवान बाढ़ की चपेट में आए उत्तराखंड में राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। वायुसेना ने बाढ़ प्रभावित पंतनगर में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 3x ध्रुव हेलिकॉप्टर की मदद ली।सुंदरखाल गांव के पास 3 जगहों पर फंसे 25 लोग फंसे हुए थे। इन्हें हेलिकॉप्टर के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

बता दें, उत्तराखंड और नेपाल में हो रही भारी बारिश का असर अब उत्तर प्रदेश में भी दिखाई देने लगा है। उत्तर प्रदेश में कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। लखीमपुर खीरी, सीतापुर और बाराबंकी में बाढ़ का अलर्ट जारी हुआ है। नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। दरअसल, उत्तराखंड से बनबसा बैराज से पानी छोड़ा गया है।

इसकी वजह से रामपुर इलाके में कोसी नदी कहर बरपाने लगी है। नदी से सटे दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

वहीं नेपाल में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ ने काफी तबाही मचाई है। यहां बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 21 लोगों की मौत हो गई है और 24 लोग लापता हैं। नेपाल के गृह मंत्रालय ने कहा कि देश के 19 जिले बाढ़ और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

देश में पहले ही मानसून के मौसम का अंत हो चुका था, लेकिन जलवायु में अचानक बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के चलते यात्रा, बिजली की सप्लाई और कृषि उपज की कटाई काफी प्रभावित हुई है।