प्रयागराज: मंहत नरेन्द्र गिरि की हुई संदिग्ध मौत के मामले में एक बार फिर सीबीआई जा सकती हरिद्वार

Oct 12 2021

प्रयागराज: मंहत नरेन्द्र गिरि की हुई संदिग्ध मौत के मामले में एक बार फिर सीबीआई जा सकती हरिद्वार

india emotions, प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि की हुई संदिग्ध मौत मामले में जांच कर रही सीबीआई टीम ने प्राथमिक जाँच पूरी कर ली है। सीबीआई ने अब तक महंत, मठ, मंदिर से जुड़े एक दर्जन से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर लिये है।

संदेह के दायरे में आए भाजपा, सपा नेता से लेकर आनंद गिरि , आद्या व संदीप तिवारी से कई राउंड सवाल जवाब हो चुका है। सीबीआई अब इन सभी लोगों से बारी-बारी कर एक बार फिर से सवाल-जवाब करेगी, साथ ही चेक करेगी कि पिछले दिये बयानों में क्या फर्क है। उसके बाद आगे की कार्रवाई करेगी।


सीबीआई टीम यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर कौन वह व्यक्ति है,जो महंत नरेंद्र गिरी को हरिद्वार से एडिट वीडियो के बारे में जानकारी दे रहा था। अब इस राज को जाने के लिए सीबीआई टीम एक दो दिन के अंदर एक बार फिर से हरिद्वार जा सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हरिद्वार के कुछ साधु-संतों के साथ एक बिल्डर से नरेंद्र गिरि की अक्सर बातचीत होती था।

यह बिल्डर जहां एक तरफ महंत नरेंद्र गिरि का खास था,तो दूसरी ओर आनंद गिरि से भी उसके संबंध अच्छे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई टीम को महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात सिपाही जौनपुर निवासी अजय सिंह पर पैनी नजर है।

उसके हर पहलुओं की जांच-पड़ताल की जा रही है। इसी के तहत एक मामला सामने आया है, जिसमे अजय बाघंबरी गद्दी मठ की जमीन सौदों से जुड़े कुछ मामलों में गवाह भी था। जमीन की रजिस्ट्री से संबंधित कागजात में उसके हस्ताक्षर भी हैं। अब सीबीआई इस पक्ष को जानने की कोशिश करेगी आखिर क्या कारण था कि मठ के पदाधिकारियाे की जगह जमीन के सौदे में सिपाही अजय सिंह का गवाह के रूप में हस्ताक्षर था।

इसके अलावा सुमित, बब्लू, रसोइये व नवनियुक्त महंत बलवीर गिरी से भी सीबीआई की टीम एक फिर सवाल-जवाब करके राज को खोलने की कोशिश करेगी।