प्रियंका गांधी को सीतापुर और जंयत चौधरी को बरेली में रोका गया, परमीशन के बाद दोनों लखीमपुर रवाना

Oct 12 2021

प्रियंका गांधी को सीतापुर और जंयत चौधरी को बरेली में रोका गया, परमीशन के बाद दोनों लखीमपुर रवाना

india emotions, लखनऊ। लखीमपुर खीरी हिंसा मारे गये किसानों की आत्मा शांति अरदास में जाने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को अपने भारी भरकम दस गाड़ियों के काफिले के साथ निकले थी। लेकिन सीतापुर जिलाप्रशासन ने उनको रोक लिया और तीन गाडियों के साथ जाने का परमीशन दिया।

प्रियंका गांधी फिर तीन गाड़ियों के काफिले से साथ लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गई। उधर राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया जंयत चौधरी भी अपने लाव लश्कर के साथ लखीमपुर खीरी मृतक किसानों को श्रधांजलि देने के लिए निकले थे। लेकिन बरेली एयरपोर्ट पर उन्हें रोंक लिया गया। इस दौरान उनके कार्यकर्ता एयरपोर्ट के बाहर धरना प्रदर्शन करने लगे। एक घंटे बाद जाने का उन्हें परमीशन मिला और वो एयरपोर्ट से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए।

लखीमपुर हिंसा में मारे गए चार किसानों की आत्मा की शांति के लिए मंगलवार को तिकुनिया में अंतिम अरदास शुरू हो गई है। घटनास्थल से करीब एक किमी की दूरी पर 30 एकड़ भूमि पर इसके लिए इंतजाम किया गया है। कार्यक्रम में यूपी के अलावा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से करीब 50 हजार किसान पहुंचे हैं।

अरदास में शामिल होने के लिए कई सियासी नेता भी पहुंचेंगे। प्रियंका गांधी लखीमपुर निकल चुकी हैं। लेकिन उन्हें सीतापुर में रोक लिया गया है। जयंत चौधरी भी आ रहे हैं। हालांकि संयुक्त मोर्चा ने ऐलान किया है कि अरदास कार्यक्रम के मंच पर कोई सियासी नेता नहीं बैठेगा। जो भी नेता इस कार्यक्रम में आएगा वह पब्लिक के साथ मंच के सामने बैठेगा।

लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात कर रखा है। जिससे पूर्व कि भांति शांति व्यवस्था बिगड़ने न पाये। शांति व्यवस्था के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।