लखीमपुर खीरी: अंतिम अरदास में बड़ी संख्या में जुटगें किसान, राजनीतिक दल के नेताओं को मंच की अनुमति नही

Oct 12 2021

लखीमपुर खीरी: अंतिम अरदास में बड़ी संख्या में जुटगें किसान, राजनीतिक दल के नेताओं को मंच की अनुमति नही

india emotions, लखीमपुर खीरी। हिंसा में मारे गए चार किसानों की आज मंगलवार को तिकुनिया में आत्मा की शान्ति के लिए अरदास का प्रोग्राम रखा गया है। यह प्रोग्राम घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर करीब 30 एकड़ जमीन पर आयोजित होगा। एक एकड़ में धान की फसल कटवा कर मंच बनाया गया है। इस प्रोग्राम में यूपी, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्य से करीब 50 हजार से ज्यादा किसानों के आने की संभावना हैं।

सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल की व्यवस्था कराया है। विशेष पुलिस जांच कमेटी के DIG उपेंद्र अग्रवाल, DM अरविंद चौरसिया और SP विजय ढुल ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया।

लखीमपुर में 10 आईपीएस ऑफिसर अलग से लगाए हैं। कोई अप्रिय घटना और किसान व भाजपा नेताओं के बीच टकराव की स्थित किसी भी दशा में उत्पन्न न हो इसके लिए जवानों की तैनाती की गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी का पहरा लगाया गया है। वहीं लखीमपुर आने वाले रास्तों पर बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। शहीद किसानों की अंतिम अरदास में बड़ी संख्या में किसानों के जुटने की संभावना है।

इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने 13 जिलों में 20 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की अगुआई में पुलिस बल को तैनात किया है। ये किसानों की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। साथ ही कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। इसके लिए उन्हें अपने-अपने जिलों में कैंप करने के आदेश दिए गए हैं।

भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार रात में ही कार्यक्रम स्थल पहुंच चुके हैं। मंगलवार सुबह 10 बजे से श्रद्धांजलि सभा शुरू होगी। यहां कौड़ियाला घाट गुरुद्वारा में रविवार से ही अखंड पाठ चल रहा है। प्रियंका गांधी भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकती हैं। लेकिन उन्हें मंच पर बैठने की अनुमति नही मिलेगी। मंच के सामने जहां सारे किसान बैठेंगे वहां बैठने की अनुमति राजनीतिक दलों को मिलेगी।

राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय सिख संगठन जसवीर सिंह ने बताया कि अंतिम अरदास की पूरी तैयारी कर ली गई है। आज सुबह 10 बजे से शुरू होने वाले कार्यक्रम में सबसे पहले शबद कीर्तन होंगे। इसके बाद किसान नेता शहीद किसानों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपनी-अपनी बात रखेंगे।

राम सिंह ढिल्लन ने बताया कि कक्कड़ फार्म हाउस पर किसानों के रुकने और लंगर की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही लखीमपुर आने जाने वाले रास्तों पर भी लंगर की व्यवस्था की गई है। दूर से आने वाले किसानों के लिए लंगर के लिए गुरुद्वारे में सुबह आठ बजे से व्यवस्था की गई है। ताकि अरदास में पहुंचने वाले किसानों को परेशानी न हो।