नरेन्द्र गिरी की मृत्यु की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश करेगी योगी सरकार

Sep 23 2021

नरेन्द्र गिरी की मृत्यु की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश करेगी योगी सरकार

इंडिया इमोशरंस, लखनऊ। मंहंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु प्रकरण की जांच उत्तर प्रदेश सरकार ने सीबीआई से कराने के लिए सिफारिश करने का निर्णय लिया है। यूपी सरकार की ओर से इस प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए और संत समाज की अपील पर यह संस्तुति किये जाने का निर्णय योगी सरकार ने लिया। महंत नरेंद्र गिरि की आकस्मिक मृत्यु की घटना से संत समाज हतप्रद है। इसके बाद से ही उनकी ओर से इस मामले में सीबीआई जांच की अपील की जा रही थी।

इससे पहले बुधवार को मुख्य आरोपी आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने फिलहाल महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि और आद्या तिवारी को गिरफ्तार किया है। उधर, मंगलवार को प्रयागराज पुलिस ने इस मामले में एसआईटी भी गठित की थी। बुधवार को एसआईटी ने महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात चारों गनर्स से भी इंक्वायरी की।

असल में पुलिस को महंत नरेंद्र गिरि के शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला था। सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने लिखा है कि मैं दुखी होकर आत्महत्या करने जा रहा हूं। नोट में आगे लिखा था कि मेरी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, हनुमान मंदिर के पुजारी अद्या तिवारी और संदीप तिवारी की है। मेरा प्रयागराज के पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से अनुरोध है कि मेरी मौत के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए, ताकि मेरी आत्मा को शांति मिले।

इस बीच बुधवार को ही महंत नरेंद्र गिरि को भू समाधि दी गई। बाघंबरी गद्दी मठ में महंत के पार्थिव शरीर को भू समाधि दी गई। उन्होंने भी अपने सुसाइड नोट में इसी जगह पर भू समाधि की इच्छा जताई थी। इस रस्म में साधु को समाधि वाली स्थिति में बिठाकर ही उन्हें विदा दी जाती है। जिस मुद्रा में उन्हें बिठाया जाता है, उसे सिद्ध योग कहा जाता है। संत-साधुओं को इसी मुद्रा में समाधि देने की परम्परा रही है।