प्रयागराज : महंत नरेन्द्र गिरि के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

Sep 21 2021

प्रयागराज : महंत नरेन्द्र गिरि के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
Mahant Narendra Giri (File Photo)

India Emotions, प्रयागराज/लखनऊ। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री योगी व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शामिल हो सकते हैं। आज मंगलवार को उनको समाधि दी जायेगी। अंतिम दर्शन के लिये उनका शव बाघंबरी गद्दी मठ में रखा गया है। मठ से मिली जानकारी के अनुसार, महंत नरेंद्र गिरी जी की शव यात्रा को संगम तट पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर भी ले जाया जा सकता है, इसके लिए मठ की ओर से भी तैयारियां की जा रही हैं। वहीं रात में ही 13 अखाड़ों के साधु- संतों ने बाघंबरी मठ पहुंचकर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी। साथ ही कहा कि सरकार को CBI जांच कराना चाहिए।

अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों ने महंत नरेंद्र गिरि के शव का पोस्टमार्टम कराने पर निर्णय लेंगे। फिलहाल उनके शव को डीप फ्रीजर में रखा गया है। सरोजनी नायडू अस्पताल में पोस्टमार्टम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मठ को चारों तरफ से बैरीकेडिंग कर सील कर दिया गया है। मठ के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिससे शांत व्यवस्था में कोई बाधा न पहुंच पाये।

मिली जानकारी के मुताबिक लेटे हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक अमर गिरि तरफ से देर रात महंत नरेंद्र गिरि के पुराने शिष्य योग गुरु आनंद गिरि के खिलाफ दफा 306 के तहत FIR थाना जार्जटाउन में दर्ज की गई। दफा 306 यानी आत्महत्या के लिए मजबूर कर देना। इसमें आरोप है कि आनंद की प्रताड़ना की वजह से ही महंत ने अपनी जान दे दी है।

आनंद गिरि को उत्तराखंड पुलिस ने सोमवार की रात में गिरफ्तार किया था। सहारनपुर पुलिस और SOG की टीम उसके बाद हरिद्वार के आश्रम में पहुंची थी और करीब डेढ़ घंटे की पूछताछ के बाद आनंद गिरि को गिरफ्तार कर साथ ले गई। इससे पहले आनंद गिरि ने खुद को बेगुनाह बताते हुए इसे बहुत बड़ा षड्यंत्र बताया है। आनंद ने CM योगी से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, जांच में हर सहयोग के लिए तैयार हूं। असली दोषी बचना नहीं चाहिए। इसके अलावा आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी से भी पुलिस ने पूछताछ के लिए प्रयागराज से हिरासत में लिया। सभी से पूूंछताछ जारी है।

बताया जा रहा है,कि सुबह से दिख रहा था चेहरे पर तनाव, नहीं गए थे लेटे हनुमान मंदिर बताया जा रहा है कि महंद्र नरेंद्र गिरि के चेहरे पर सोमवार सुबह से ही तनाव दिख रहा था। लेटे हनुमान मंदिर के कर्मचारियों का कहना है कि इससे पहले उनके व्यवहार में ऐसा परिवर्तन कभी नहीं दिखा था। वह सुबह आठ बजे तक संगम तट पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजन-अर्चन करते थे, पर वह कल सुबह वहां नहीं गए। लोगों को लगा कि महंत की तबियत ठीक नहीं होगी, इसलिए वह नहीं आए।

मठ में स्थित जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि मृत पाये गये, उस कमरे में करीब एक बजे आराम करने के लिए गए। वहां के कर्मचारियों एवं शिष्यों ने बताया कि वह अक्सर पहली मंजिल पर बने कमरे में ही आराम किया करते थे, जबकि ग्राउंड फ्लोर में बने कमरे में जब उनको कुछ देर ठहरना होता था, तब ही जाते थे। सोमवार को वह ग्राउंड फ्लोर के कमरे में दोपहर करीब एक बजे आराम करने के लिए गए। शाम को 5:20 बजे मौत की जानकारी मिली।