ऐसे होते हैं दुनिया के बेस्ट पापा! बेटी के इलाज के लिए बारह सौ मील नंगे पांव चला पिता

Sep 02 2021

ऐसे होते हैं दुनिया के बेस्ट पापा! बेटी के इलाज के लिए बारह सौ मील नंगे पांव चला पिता

एक पिता ने अपनी बेटी की दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी के इलाज का फंड जुटाने के लिए बारह सौ मील लंबी पैदल यात्रा शुरू की है। हैरानी की बात है कि वह यह पदयात्रा नंगे पांव कर रहे हैं। शख्स आर्मी में मेजर है और बेटी के इलाज के लिए रकम इकट्ठी करने के लिए अमेरीका के पूर्वी तट पर नंगे पांव चलने का फैसला किया है। मेजर क्रिस ब्रैनिगन की नौ वर्षीय बेटी हस्ती को 2019 में कॉर्नेलिया डी लैंग सिंड्रोम (सीडीएलएस) का पता चला था। सीडीएलएस वाले बच्चे अक्सर दौरे और गंभीर एन्जाइटी से पीड़ित होते हैं।

पिछले साल भी ली थी चुनौतीः
क्रिस ब्रैनिगन ने पैदल चलने का चैलेंज पहली बार नहीं लिया है। पिछले साल भी उन्होंने लैंड्स एंड से एडिनबर्ग तक 700 मील नंगे पांव चलकर इसी तरह की चुनौती ली थी। मेजर ने पिछली गर्मियों में अपने ‘होप फॉर हस्ती’ अभियान से 500,000 पाउंड (5,02,81,150.00 रुपए) जुटाए। पैसा अमेरिका के मेन की जैक्सन प्रयोगशाला में शोध के लिए दिया गया था। हस्ती और सीडीएलएस वाले बच्चों के लिए रिसर्च और उपचार वास्तव में अच्छा चल रहा है। हम जानते हैं कि उपचार सुरक्षित है और हम वर्तमान में इसका परीक्षण कर रहे हैं कि यह कितना प्रभावी है। मेजर ब्रैनिगन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द ही हमारे पास एक जीन थेरेपी होगी, जो अगले साल की शुरुआत तक तैयार हो जाएगी। लेकिन समस्या यह है नैदानिक परीक्षण और बच्चों के इस उपचार के लिए लाखों पाउंड खर्च होते हैं और हमारे पास उतना पैसा नहीं है। ऐसे में फंडरेजिंग इकलौता तरीका है।

आसपास के लोगों से सहयोग मिल रहाः
शख्स का कहना है कि फंड जुटाने का लक्ष्य 2.5 मिलियन पाउंड रहा है। अब तक 900,000 पाउंड (9,05,64,429.06) जुटाए जा चुके हैं। शख्स ने मंगलवार को यह यात्रा शुरू की है। उनका कहना है कि नंगे पैर चलने से ज्यादा खराब कुछ नहीं होता। पिछले साल यात्रा पूरी करने के बाद मैंने सोचा था कि दोबारा नहीं करूंगा। मुझे कमर पर 25 किग्रा. की टोकरी कमर पर लादकर चलनी पड़ रही है। मैं एक ऐसे देश में चल रह हूं, जहां के बारे में जानता तक नहीं हूं। रास्तों को लेकर चिंता है। मेरे दोनों बेटे भी मेरी मदद कर रहे हैं। मगर इस यात्रा से पता चल रहा है कि हमारे आसपास के लोग काफी सहयोगी हैं।