यूपी: प्रदेश में कोरोना पर बना हुआ है प्रभावी नियंत्रण, 24 घंटे में सिर्फ 28 नए मरीज मिले

Aug 25 2021

यूपी: प्रदेश में कोरोना पर बना हुआ है प्रभावी नियंत्रण, 24 घंटे में सिर्फ 28 नए मरीज मिले

उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। आज जनपद अलीगढ़, औरैया, बदायूं, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, कानपुर देहात, महोबा, मिर्जापुर, संतकबीरनगर और उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। ये बातें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर चर्चा करते हुए कही।


विगत 24 घंटे में हुई एक लाख 56 हजार 524 सैम्पल की टेस्टिंग में 58 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 17 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 352 रह गई है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारण बन सकती है।


प्रदेश में ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 07 करोड़ 08 लाख 85 हजार 900 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 28 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 34 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अब तक 16 लाख 86 हजार 06 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।

जनपद मथुरा के विकासखंड फरह अंतर्गत एक ग्राम में कई लोगों के बीमार होने की सूचना मिली है। फिरोजाबाद के नगरीय क्षेत्र से भी ऐसी ही सूचना प्राप्त हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दोनों जनपदों में तत्काल एक-एक टीम भेजकर मरीजों की जांच कराई जाए। डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के निदान के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। स्वच्छता, सैनीटाइजेशन की कार्रवाई और बेहतर ढंग से हो।
बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए
बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा प्रबंधन टीम को 24×7 एक्टिव मोड में रहें। नौकाएं, राहत सामग्री आदि के प्रबंध कर लिए जाने चाहिए। बाढ़/अतिवृष्टि से पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न हो।  प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद तत्काल उपलब्ध कराई जाए।