अफगानिस्तान में लोगों को रेस्क्यू करने पहुंचा यूक्रेन का विमान काबुल में हुआ हाईजैक

Aug 24 2021

अफगानिस्तान में लोगों को रेस्क्यू करने पहुंचा यूक्रेन का विमान काबुल में हुआ हाईजैक

काबुल: अफगानिस्तान में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने पहुंचे यूक्रेन के एक विमान को काबुल में हाईजैक कर लिया गया है. यूक्रेन सरकार के मंत्री ने मंगलवार को ये दावा किया है. मंत्री के मुताबिक इस रविवार को विमान हाईजैक किया गया था, जिसे कुछ अज्ञात लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया. यूक्रेन सरकार ने डिप्टी विदेश मंत्री येवगेनी येनिन ने कहा कि विमान को किसने हाईजैक किया है, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. जानकारी के मुताबिक इस विमान को मंगलवार को ईरान ले जाया गया. प्लेन में कुछ अज्ञान लोग भी सवार है.

यह भी दावा किया गया कि इसी कारण अपने काबुल में फंसे लोगों को भी नहीं निकाला जा सका है. इस लोगों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री के मुताबिक, हाईजैकर्स हथियारों से लैस थे. मंत्री ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि विमान को क्या हुआ या क्या कीव इस विमान को वापस लाने की कोशिश करेगा. इसके अलावा, यूक्रेनी नागरिक काबुल से कैसे वापस आए और क्या कीव (Kiev) द्वारा यात्रियों की वापसी के लिए एक दूसरा विमान भेजा गया था. येनिन ने सिर्फ इस बात को रेखांकित किया कि पूरी राजनयिक सर्विस विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा (Dmitry Kuleba) के नेतृत्व में पूरे सप्ताह काम करती रही है.

ईरान ने विमान को अपने यहां लाए जाने की रिपोर्ट खारिज की
डिप्टी विदेश मंत्री का कहना है कि हाईजैकर्स हथियारों से लैस थे। विमान में यूक्रेन के 31 नागरिक सहित 83 लोग सवार हैं. विमान को हाईजैक कर ईरान लाए जाने की रिपोर्टों को खारिज किया है. प्रेस टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के उड्डयन मंत्रालय ने यूक्रेन के विमान को हाईजैक कर ईरान लाने की रिपोर्टों को खारिज किया है.

100 यूक्रेनी अफगानिस्तान से बाहर आने की राह देख रहे
रविवार को 31 यूक्रेनी नागरिकों सहित 83 लोगों के साथ एक सैन्य विमान अफगानिस्तान से कीव पहुंचा. यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि इस विमान के जरिए 12 यूक्रेनी सैन्यकर्मियों की स्वदेश वापसी हुई है. इसके अलावा, विदेशी पत्रकार और मदद मांगने वाले कुछ लोगों को भी बाहर निकाला गया है. कार्यालय ने ये भी बताया कि लगभग 100 यूक्रेनी नागरिक ऐसे हैं, जो अभी भी अफगानिस्तान से बाहर निकाले जाने के इंतजार में बैठे हुए हैं.