अयोध्या केस: रामलला के वकील सुप्रीम कोर्ट में बोले, ईसा के जन्म से 57 साल पहले बना था राम मंदिर

Aug 14 2019

अयोध्या केस: रामलला के वकील सुप्रीम कोर्ट में बोले, ईसा के जन्म से 57 साल पहले बना था राम मंदिर

इंडिया इमोशंस न्यूज अयोध्या/नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर सुनवाई में बुधवार को रामलला के वकील ने कहा कि ईसा के जन्म से 57 साल पहले राम मंदिर बना था।

सुप्रीम कोर्ट में रामलला विराजमान की तरफ से वकील सी. एस. वैद्यनाथन ने अदालत में बताया कि ब्रिटिश सर्वाइवर मार्टिन के स्केच में 1838 के दौरान मंदिर के पिलर दिखाए गए थे।

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इसी दौरान उन्होंने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रामजन्मभूमि पर मंदिर ईसा मसीह के जन्म से 57 साल पहले बना था। वकील ने कहा कि राजा विक्रम ने अयोध्या में 368 मंदिर बनवाए, जिसमें रामजन्मभूमि पर बनाया गया मंदिर भी शामिल था। उन्होंने अयोध्या का जीर्णोद्धार भी करवाया था।

वैद्यनाथन ने बताया कि हिंदू हमेशा राजा विक्रम में विश्वास करते हैं, जिनके नाम पर ही विक्रम संवत कैलेंडर बनाया गया। उन्होंने ही रामजन्मभूमि पर एक मंदिर बनाया था। हिंदुओं का मानना है कि मुगलों के द्वारा मंदिर को तोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि यूरोप के इतिहास में तारीखों का जिक्र अहम है, लेकिन हमारे इतिहास में घटना महत्वपूर्ण है।
आपको बताते जाए कि अयोध्या मसले की सुनवाई 5 अगस्त से रोजाना हो रही है। एक सप्ताह में पांच दिन सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है।

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बुधवार की सुनवाई में वकील वैद्यनाथन ने कई पुराणों का जिक्र किया, साथ ही स्कन्द पुराण के किस्से का जिक्र करते हुए रामजन्मभूमि और सरयू नदी के इतिहास को भी अदालत में बताया।
जस्टिस बोबडे ने पूछा कि इस जगह को बाबरी मस्जिद कब से कहना शुरू किया गया? उन्होंने पूछा कि इसका क्या सबूत है कि बाबर ने ही मस्जिद बनाने का आदेश दिया था। क्या इसका कोई सबूत है कि मंदिर को बाबर या उसके जनरल के आदेश के बाद ही ढहा दिया गया था।